'बाहुबली 2' के इन डायलॉग्स पर सिनेमाहॉल में बज रही हैं खूब तालियां, यहां जानें
नई दिल्ली: इस साल की मोस्ट अवेटेड फिल्म 'बाहुबली 2' रिलीज हो गई है और इसके साथ ही खुल गया है वो राज जिसका इंतजार सालों हो रहा था. कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा... इस सवाल का जवाब जानने को लोग इतने आतुर हैं कि पहले दिन ही सभी शो हाउसफुल हैं. चाहें सुबह के फर्स्ट शो की बात हो या फिर आज के सबसे आखिरी शो की... बॉक्स ऑफिस पर टिकट की मारा मारी है. आज तो पहला ही दिन है, वीकेंड पर देखिए क्या होता है... शनिवार और रविवार के शोज भी ऑनलाइन हाउसफुल दिख रहे हैं. फिल्म को समीक्षकों ने भी अच्छी रेटिंग दी है और शानदार बताया है. अगर आप पहले दिन ये फिल्म नहीं देख पाए हैं तो यहां हम आपको बता रहे हैं कि इस फिल्म के टॉप डायलॉग्स जिन पर सिनेमाहॉल में खूब तालियां बज रही हैं.....
- बाहुबली कटप्पा से- जब तक तुम मेरे साथ हो मुझे मारने वाला पैदा नहीं हुआ मामा
- कटप्पा राजमाता शिवगामी से- संसार इधर से ऊधर हो जाए पर बाहुबली से भूल नहीं हो सकती
- बाहुबली सैनिकों से- देवसेना को हाथ लगाया तो समझो बाहुबली की तलवार को हाथ लगाया...
- बाहुबली- औरत पर हाथ डालने वाले का हाथ नहीं, काटते हैं उसका गला
- शिवगामी देवसेना से- बाहुबली की महानता समझकर तुम आकाश से भी ऊंची हो गई...
- महेंद्र बाहुबली- नगर में ढ़िढोरा पिटवा दो... शिवगामी का पौत्र और अमरेंद्र बाहुबली का बेटा महेंद्र बाहुबली लौट आया है...
- कटप्पा राजमाता से- गलत किया तुमने शिवगामी, बहुत बड़ी भूल कर दी, अपने ही बेटे का षड़यंत्र नहीं समझ पाई तुम...
- बाहुबली- मेरा वचन ही मेरा शासन है.
आपको बता दें कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? लेकिन इसके अलावा भी इस फिल्म में बहुत कुछ है. ये फिल्म विजुअली भव्य है, खूबसूरत है और प्रभावशाली है. आपका का इंतजार जाया नहीं जाएगा क्योंकि डायरेक्टर राजामौली ने बिल्कुल भी निराश नहीं किया है. ‘बाहुबली: द कन्क्लूजन’ की खूबसूरती ये है कि ये पहली फिल्म से बिल्कुल अलग है. अक्सर ऐसा ही होता है कि किसी फिल्म के प्रीक्वल या सीक्वल में स्टोरी एक सी ही दोहराई जाती हैं लेकिन इसे देखते समय कहीं भी दोहरापन नहीं लगता. ‘बाहुबली 2’ में थोड़ा ह्यूमर है, थोड़ी कॉमेडी है, रोमांस है और एक्शन तो है ही… यहां पढ़ें रिव्यू और जानें ये फिल्म कैसी है.