नई दिल्ली: पंजाबी सिंगर दलेर मेहंदी को पटियाला की अदालत ने मानव तस्करी मामले में दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई है. कोर्ट ने इस मामले में उनपर दो हज़ार रुपये का जुर्माना भी लगाया है. हालांकि दलेर को जमानत मिल गई है. जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पक एक वीडियो अपलोड किया है. वीडियो में दलेर सफाई देते नजर आ रहे हैं. वीडियो में इस केस के बारे में और अदालत के फैसले पर बात करते हुए दलेर का कहना है कि वो इस केस को लेकर ऊपर की अदालत में अपील करेंगे.


इसके बारे में बताते हुए दलेर मेहंदी वीडियो में कहते हैं, 'मैं जानता हूं कि पूरे विश्व में इस समय जो मुझे प्यार करते हैं, वह सोच रहे होंगे कि जो न्यूज चल रही है कि मैं जेल में चला गया हूं तो ऐसा नहीं है. 14 साल से यह केस चल रहा था. मेन केस जो मेरे भाई हैं उनके नाम पर था. उन पर केस चल रहा था. दुर्भाग्य से उनकी डेथ हो चुकी है. इसी साल हुई है. तो अब 14 साल बाद आया यह फैसला जिसकी मुझे कोई उम्मीद नहीं थी. कोर्ट ने कहा है कि आपके खिलाफ तो कुछ नहीं है लेकिन यह आपकी छत्रछाया में हुआ है ऐसा कोर्ट मानती है. यह फैसला सुनकर दुख तो बहुत हुआ. पर अभी कोई टेंशन की बात नहीं है. अब हम इसके खिलाफ अपील करेंगे और हमें कोई चिंता नहीं है और मुझे आशा है, जल्द सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.'





बता दें कि अदालत ने दलेर मेहंदी के साथ-साथ इस मानव तस्करी के मामले में उनके भाई शमशेर सिंह को भी दोषी करार दिया है और दो साल की सजा सुनाई है. उनपर भी दो हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया गया है.


ये है पूरा मामला:


आपको बता दें कि दलेर मेहंदी और उनके भाई शमशेर सिंह पर गैरकानूनी तरीके से लोगों को विदेश भेजे जाने का आरोप था. दलेर मेहंदी पर आरोप लगा था कि उन्होंने अपनी टीम का हिस्सा बनाकर उन्हें विदेश भेजा गया. साथ ही उन पर इसके लिए पैसे वसूलने का भी आरोप लगा था. साल 1998 और 1999 में अमेरिका में शो किए और उस दौरान उनके साथ उनकी टीम भी गई थी. आरोप के अनुसार एक अभिनेत्री के सहित तीन लड़कियों को सैन फ्रांसिस्को और दूसरे दौरे में तीन लड़कों को न्यू जर्सी में छोड़कर आए थे.


इसके बाद पटियाला पुलिस ने बकशीश सिंह नामक शिकायत कर्ता के कहने पर दलेर मेहंदी और उनके भाई शमशेर सिंह पर मानव तस्करी का केस दर्ज किया. इसके बाद एक के बाद एक पुलिस को दोनों भाइयों के खिलाफ 35 शिकायतें मिली. सभी शिकायतें विदेश ले जाने के नाम पर पैसे लिए और बाद में उन्हें विदेश विस्थापित करने में नाकामयाब रहे.
इतना ही नहीं जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने दलेर मेहंदी के कनॉट प्लेस स्थित दफ्तर में छापेमारी भी की थी और कुछ दस्तावेज भी जब्त किए थे.