नई दिल्ली: रानी मुखर्जी अपनी बेटी आदिरा के जन्म के बाद फिल्म ‘‘हिचकी’’ से दोबारा काम शुरू करने को लेकर काफी असमंजस में थीं लेकिन अपने फिल्म निर्माता पति आदित्य चोपड़ा से मिले प्रोत्साहन से काम को लेकर प्रेरित हुईं. उनका कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि एक दिन उनकी बेटी अपने कामकाजी माता-पिता के लिये गर्व करेगी.


अभिनेत्री ने बताया कि उनसे ज्यादा उनके पति आदित्य चोपड़ा चाहते थे कि वह दोबारा काम पर लौटे.


रानी मुखर्जी ने कहा, ‘‘मुझे अपनी बेटी को घर पर छोड़ने की चिंता थी क्योंकि यह उसके लिये नया वातावरण था . यह एक द्धंद था और प्रत्येक कामकाजी महिला को इस तरह की चिंता होती है.’’ रानी ने कहा, ‘‘बेटी जल्दी ही इसके लिए अभ्यस्त हो जायेगी . मुझे पूरा भरोसा है कि आदिरा इसे समझ जाएगी कि उसके माता और पिता दोनों काम करने के लिये घर से बाहर जाते हैं. यह सामान्य बात है और कई बार वह इस बात पर गर्व महसूस करेगी.’’


भारत में बहुत सारी कामकाजी महिलायें मां बनने के बाद अपनी नौकरी छोड़ देती हैं, लेकिन रानी को लगता है कि अब चीजें बदल रही हैं और अब पिता भी अपने बच्चों की परवरिश के साथ जुड़़ रहे हैं.


रानी ने कहा, ‘‘लोग इसे स्वीकार करने के लिये तैयार नहीं हैं. यह एक तरह का संकोच है, जिसे दूर करने की जरूरत है. जाहिर है कि एक बच्चा अपनी मां से ज्यादा जुड़ाव रखता है, लेकिन अब पिता भी उसकी परवरिश पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं.’’ अभिनेत्री ने कहा कि समाज को पुरुषों का घर के कामकाज और बच्चे के पालन में सहयोग करने को लेकर जो गलत अवधारण है उसे दूर करना होगा.


रानी मुखर्जी की फिल्म 'हिचकी' इसी साल 23 फरवरी को रिलीज होगी.