अभिनेत्री रानी मुखर्जी की फिल्म 'हिचकी' 19 जुलाई से इटली में होने जा रहे 49वें गिफोनी फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी. इस प्रेरणादायक फिल्म में रूढ़िवादिता के खिलाफ एक प्रगतिशील संदेश देने का प्रयत्न किया गया है.


फिल्म में रानी ने एक स्कूल शिक्षिका की भूमिका निभाई है जो आर्थिक रूप से पिछड़े तबके से आने वाले छात्रों के जीवन को बदल देती हैं, जबकि वह खुद टूरेट सिंड्रोम से पीड़ित हैं जिसमें व्यक्ति के कुछ शारीरिक हाव-भाव सामान्य लोगों से अलग हो जाते हैं.

फिल्म 'हिचकी' के निर्माता मनीष शर्मा ने एक बयान में कहा, "हिचकी एक क्लासिक अंडरडॉग कहानी है, जो दुनिया भर के दर्शकों के साथ जुड़ाव रखती है. इसमें एक सार्वभौमिक कहानी है जो प्रेरणादायक होने के साथ-साथ दिल को छू जाती है."

इससे पहले चीन में रानी की फिल्म को रिलीज किया गया था. जिसे लेकर रानी ने कहा था, "अच्छे सिनेमा के लिए भाषा किसी तरह की बाधा नहीं है और यह दर्शकों के दिलों और दिमाग को जोड़ती है और 'हिचकी' की सफलता ने यह साबित कर दिया है."