हुमा कुरैशी, पीयूष गुप्ता द्वारा निर्देशित आगामी बायोपिक 'तरला' में भारत की पहली होम शेफ तरला दलाल की भूमिका निभाएंगी. हुमा कहती हैं कि तरला दलाल मुझे अपने बचपन की याद दिलाती है. मेरी मां के पास रसोई में उनकी किताब की एक कॉपी थी और वह अक्सर मेरे स्कूल के टिफिन के लिए उनके द्वारा बताए गए कई व्यंजनों को बनाती थीं.
हुमा ने कहा, "मुझे वह समय भी स्पष्ट रूप से याद है जब मैंने मां को तरला दलाल की रेसपी ने घर का बना मैंगो आइसक्रीम बनाने में मदद की थी. इस भूमिका ने मेरी बचपन की उन मीठी यादों को ताजा कर दिया है. मैं रॉनी, अश्विनी और नितेश की बहुत आभारी हूं कि मुझ पर इस विस्मय को निभाने के लिए विश्वास किया.'' फिल्म का निर्माण रॉनी स्क्रूवाला, अश्विनी अय्यर तिवारी और नितेश तिवारी ने मिलकर किया है.
दिवंगत शेफ तरला दलाल के जीवन पर एक फिल्म बनाने के उनके फैसले के बारे में बात करते हुए, निर्माता अश्विनी अय्यर तिवारी ने कहा कि तरला की कहानी एक प्रतिष्ठित शेफ होने की तुलना में बहुत अधिक है. यह एक कामकाजी मां की कहानी है जिसने अकेले ही चीजें बदल दी. भारत में शाकाहारी खाना पकाने और ऐसे कई घरेलू रसोइयों और स्टार्टअप के लिए अपने सपनों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया.
रोनी स्क्रूवाला ने साझा किया कि तरला दलाल ने भारत में घरेलू खाना को एक नया रूप दिया. उनकी कहानी की किताब में एक अदाहरण दिया गया है कि आपनी महत्वाकांक्षाओं की दिशा में काम करने में कभी देरी नहीं करनी चाहिए. अपने अनुभव को जोड़ते हुए, नितेश तिवारी कहते हैं कि हर महाकाव्य व्यक्तित्व पर कई बायोपिक्स से भरी दुनिया में, तरला दलाल पर एक बायोपिक लंबे समय से प्रतीक्षित थी. उनकी कहानी के माध्यम से, हम ऐसे कई युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करना चाहते हैं जो अपने अपने घरों से व्यापार शुरु करना चाहते हैं.
तरला दलाल एक भारतीय खाद्य लेखक, शेफ, कुकबुक लेखक और कुकिंग शो के मेजबान थे. वह पहली भारतीय थीं जिन्हें 2007 में पाक कौशल श्रेणी में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. यह पहली बार है जब बॉलीवुड स्क्रीन पर एक शेफ की जीवन कहानी का चित्रण करेगा. 'दंगल', 'छिछोरे' जैसी फिल्मों के लेखक रह चुके पीयूष गुप्ता तरला दलाल के जीवन को पर्दे पर दिखाने का मौका पाकर बेहद खुश हैं.
उन्होंने आगे कहा, "खुद एक खाने का शौकीन होने के नाते, इस फिल्म को सभी खाद्य प्रेमियों के लिए एक ट्रीट बनाने का इरादा है" पीयूष गुप्ता और गौतम वेद द्वारा लिखित, आरएसवीपी द्वारा निर्मित, और अर्थ स्काई, 'तरला' सभी को भोजन के भ्रमण पर ले जाने के लिए तैयार है.