शाहरुख खान का कहना है कि एक अभिनेता के तौर पर उन्हें कभी मुकम्मल महसूस नहीं हुआ और यही वजह है जिसने तीन दशक लंबे उनके करियर में उन्हें आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया. अभिनेता ने कहा कि नतीजों की ओर देखने की बजाय वह बड़ी उपलब्धियों का खामोशी से जश्न मनाने में विश्वास रखते हैं.

शाहरुख ने कहा, ‘‘मैंने कभी मुकम्मल महसूस नहीं किया. एक कलाकार के तौर पर, मैं काफी अधूरा हूं और इस बात का मुझे एहसास है. अगर मुझे इस बात का एहसास नहीं होता तो मुझे काम करने में रुचि नहीं होती. अगर में मुकम्मल होता तो मैं क्यों सुबह उठता और कड़ी मेहनत करता और अब भी कुछ करने की कोशिश करता?’’



उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा सोचता हूं कि जिस कमर्शियल सिनेमा में मैं काम कर रहा हूं, मैं उसमें कुछ नया कैसे कर सकता हूं, एक अभिनेता के तौर पर, एक निर्माता के तौर पर, या मुझमें अन्य जो भी क्षमताएं हैं. मैं बिल्कुल भी मुकम्मल नहीं हूं, मैं स्वभाव से ही बैचेन हूं. अगर आप मुकम्मल महसूस करते हैं तो आप उबाऊ हैं.’’

शाहरुख इन दिनों फिल्म ‘जीरो’ के प्रचार में मसरूफ हैं, जो 21 दिसम्बर को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी.