नई दिल्ली: प्रसिद्ध कहानी लेखक सआदत हसन मंटो के जीवन-सार को बताता एक वाक्य ‘‘‘‘और यह संभव है कि सआदत हसन मर सकता है लेकिन मंटो जिंदा रहेगा’’ को आत्मसात करने के लिए फिल्म अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपने आसपास इस लेखक की दुनिया को रचने की कोशिश कर रहे हैं.


जाने-माने लघु कथाकार मंटो के जीवन पर आधारित इस बायोपिक में मंटो का किरदार निभाने वाले 42 वर्षीय इस अभिनेता ने कहा है कि वह उनके भूमिका में समाने के लिए मंटो के नाटक देख रहे हैं और उनकी साहित्यिक रचनाओं को पढ़ रहे हैं. इस बायोपिक का निर्देशन नंदिता दास कर रही हैं.


भारतीय नाट्य अकादमी में चल रहे भारत रंग महोत्सव के दौरान नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, ‘‘मैं मंटो के किरदार को निभाने के लिए खुद को तैयार कर रहा हूं. मैं उनके नाटकों को देख रहा हूं, उस युग के संगीत को सुन रहा हूं, उनकी रचनाओं को पढ़ रहा हूं और उनके बारे में जानकारी ले रहा हूं. शूटिंग शुरू होने से 10-15 दिन पहले मैं अपने कमरे में इस्मत चुगतई के पोस्टरों को लगाकर अपने आसपास उनकी दुनिया को रचने की कोशिश करूंगा.’’


इस फिल्म में इस लेखक की जीवन-यात्रा, उनके अपने पत्नी के साथ संबंध और विभाजन के बाद लाहौर में उनकी जिंदगी को दिखाया जाएगा.


अभिनेत्री रसिका दुग्गल मंटो की पत्नी की भूमिका निभाएंगी. हाल ही में ट्विटर पर फिल्म में नवाजुद्दीन का पहला लुक जारी किया गया था.