नई दिल्ली: अभिनेता आदिल खान को भले ही इस बार के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में दो अलग अलग फिल्मों के लिए दो विशेष उल्लेखों का सम्मान मिला हो लेकिन उनका कहना है कि अब भी फिल्मों में उनकी प्रतिभा का ‘‘पूरा इस्तेमाल’’ नहीं हुआ है.


आदिल ने कहा, ‘‘मैंने महसूस किया है कि रंगमंच में मैं जिस मेहनत का अ5यस्त हूं, फिल्मों में उसकी जरूरत नहीं होती, उसका दस प्रतिशत भी नहीं. इसमें वे सबसे अच्छी फिल्में भी शामिल हैं जिनमें मैंने काम किया है. मुझे लगता है कि मेरी प्रतिभा का पूरा इस्तेमाल नहीं किया गया. मेरी कलात्मक भूख अब भी शांत नहीं हुई है.’’


अभिनेता ने यहां इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में नेशनल फाउंडेशन फोर इंडिया (एनएफआई) द्वारा आयोजित व्याख्यान श्रृंखला ‘थियेटर बीयॉन्ड बॉर्डर्स’ (सीमा से इतर रंगमंच) में कहा कि उन्होंने रंगमंच पर अपना पूरा ध्यान लगाने के लिए इस साल फिल्मों में अभिनय से अवकाश लेने का फैसला लिया है.


हाल में आयोजित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में आदिल को ‘मुक्ति भवन’ (हिंदी) और ‘मज राती केतकी’ (असमी) के लिए दो विशेष उल्लेख सम्मान दिए गए.