सोनम कपूर आहूजा ने कहा, मैं स्टारडम या फेम के पीछे नहीं भागती
अभिनेता-निर्माता अनिल कपूर की बेटी सोनम कपूर ने साल 2005 में संजय लीला भंसाली की फिल्म 'ब्लैक' से सहायक निर्देशक के रूप में फिल्म-निर्माण की दुनिया में प्रवेश किया.
नई दिल्ली: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में एक-दशक पूरा कर चुकीं अभिनेत्री सोनम कपूर आहूजा ने कहा कि वह प्रसिद्धि और स्टारटम से हटकर अच्छे काम को चुनती हैं. अभिनेता-निर्माता अनिल कपूर की बेटी ने साल 2005 में संजय लीला भंसाली की फिल्म 'ब्लैक' से सहायक निर्देशक के रूप में फिल्म-निर्माण की दुनिया में प्रवेश किया.
इसके दो साल बाद उन्होंने 'सांवरिया' के साथ अभिनय की दुनिया में कदम रखा. उन्होंने 'खूबसूरत', 'नीरजा' और 'प्रेम रतन धन पायो' जैसी दर्जनों व्यवसायिक फिल्मों से सफलता हासिल की.
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि स्टारडम की कीमत मूल्य टैग के साथ आती है? इस पर सोनम ने कहा, "मैं कभी भी प्रसिद्धि या स्टारडम के पीछे नहीं भागती. मैंने हमेशा अच्छा काम चाहा है, इसलिए जब आप कुछ नहीं मांगते, तो कोई कीमत टैग संलग्न नहीं है. यह स्वाभाविक रूप से आता है."
सोनम रोमांस, कॉमेडी, ड्रामा, बायोग्राफिकल थ्रिलर और बायोग्राफिकल कॉमेडी-ड्रामा जैसी शैलियों में काम कर चुकी हैं, लेकिन अब वह मसाला फिल्मों में नजर आएंगी.
साल 2016 में 'नीरजा' के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में स्पेशल मेंशन प्राप्त कर चुकीं सोनम ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि कोई मसाला फिल्म में काम करूं या उस तरह की फिल्म में अभिनय करूं, मैं उस तरह कि फिल्म में काम करना करना हूं जिसे करना मजेदार लगे."
दुनियाभर में 'नीरजा' के लिए प्रशंसा मिलने के बाद क्या वह फिल्मों के चयन पर दबाव डालती हैं? इस पर 32 साल की अभिनेत्री ने कहा, "मैं किसी भी प्रकार का दबाव नहीं लेती. यह सिर्फ जुनून का मामला है. यह कुछ भी हो सकता है."
काम के बारे में पूछे जाने पर सोनम ने कहा, "जहां तक राजू (फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी) सर की फिल्मों का संबंध है, हमने एनडीए पर करार किया है और जब तक इसका काम आगे नहीं बढ़ता इस बारे में बात नहीं कर सकते." उन्होंने कहा, "इसलिए दुर्भाग्य से मैं इस पर बात नहीं कर सकती. मैं फिल्मों को लेकर बहुत उत्साहित हूं."
यहां देखें सोनम की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' का गाना...