कंगना ने कहा कि फिल्म के गीतकार और डायलॉग राइटर प्रसून जोशी ने उन्हें फिल्म की बागडोर संभालने के लिए प्रेरित किया और ऐसा करने के लिए उनका नाम सुझाया, जिसके लिए वो प्रसून की सबसे ज्यादा शुक्रगुज़ार हैं.
कंगना ने कहा कि एक्शन फिल्म के सेट-अप वाली इस फिल्म की शूटिंग शुरू की थी तो वो थोड़ी घबराई हुई सी थीं और ऐसे में फिल्म को डायरेक्ट करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी लेने को लेकर वो थोड़ा आशंकित थीं. कंगना ने कहा कि ऐसे में पूरी टीम ने उनकी खूब हौसलाअफजाई की और उन जैसी यंग लड़की पर इतना भरोसा जताया.
25 जनवरी को रिलीज होने जा रही मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ़ झांसी' को लेकर कंगना ने कहा, "मुझपर फिल्म की रिलीज़ डेट को लेकर कोई दबाव नहीं था. सबने कहा कि तुम अपनी रफ़्तार से फिल्म बनाओ, मगर मुझे लगा कि जिस जज्बे को ये फिल्म दर्शाती है, उसके हिसाब से फिल्म या तो स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज़ हो या फिर गणतंत्र दिवस पर रिलीज होनी चाहिए. ये मेरा सपना था, ऐसे में मैंने (फिल्म को समय पर पूरा करने के लिए खुद पर बहुत प्रेशर लिया). कंगना ने आगे कि फिल्म को देखने के बाद अब कहा जा सकता है कि हमने फिल्म बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
कंगना ने निर्देशन के प्रति अपने लगाव के बारे में कहा, " मुझे नहीं पता कि डारेक्शन में ऐसी क्या ख़ास बात है कि मैं किसी और चीज़ में खुद को इतना कम्फर्टेबल नहीं पाती हूं. मैं डायरेक्शन से ज़्यादा किसी और चीज़ से प्यार नहीं करती, फिर भले ही मुझे मेक-अप करने के लिए न मिले, स्टार की तरह ट्रीटमेंट नहीं मिले... और खूब मेहनत की क्यों न करनी पड़े."
कंगना ने अंत में कहा, "पता नहीं लोग फिल्म डायरेक्ट करने को जॉब क्यों मानते हैं? मेरे लिए ये बहुत फ़न भरा है. मेरे हिसाब से एक्टिंग एक जॉब की तरह है, न कि डायरेक्शन. उम्मीद है मुझे आगे भी फिल्म डायरेक्ट करने का मौका मिलता रहेगा."
मणिकर्णिका - द क्वीन ऑफ़ झांसी के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर स्टारकास्ट में से कंगना रनौत के अलावा अंकिता लोखंडे, निहार पंड्या, निर्माता कमल जैन, लेखक केवी विजयेंद्र प्रसाद आदि उपस्थित थे.