मुंबई: फिल्मकार तिग्मांशु धूलिया को अपनी आगामी फिल्म 'रागदेश' के लिए कलाकारों के चयन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि उनका मानना है कि नामचीन सितारे असल जिंदगी के किरदारों के साथ न्याय नहीं कर पाते.
धूलिया ने कहा कि उनके लिए 'रागदेश' में आजाद हिंद फौज के सिपाहियों की भूमिका के लिए तीन कलाकारों के चयन में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा.
धूलिया ने कहा, "यह जरूरी था कि सुभाष चंद्र बोस की सेना के जवानों के किरदार के लिए जाने माने सितारों को न लिया जाए. मुझे लगता है कि नामचीन सितारे असल जिंदगी के किरदारों के साथ न्याय नहीं कर पाते."
उन्होंने कहा, "जब बेन किंग्स्ले ने गांधी का किरदार निभाया था, तब उन्हें कोई नहीं जानता था. अपनी अपेक्षाकृत अनजान शख्सियत के कारण वह जिंदगी भर के लिए महात्मा गांधी का चेहरा बन गए. मुझे उम्मीद है कि मोहित, कुणाल और अमित दर्शकों के दिमाग में आईएनए के तीन सिपाहियों के चेहरे के रूप में जगह बना पाएंगे."
तिग्मांशु ने सुभाष चंद्र बोस के किरदार के लिए असमिया अभिनेता केन्नी बासुमात्री को चुना है.
उन्होंने कहा, "जब मैं सुभाष चंद्र बोस के किरदार के लिए किसी अभिनेता की तलाश में था, तब वह मेरे साथ पहले से ही मेरी एक फिल्म में काम कर रहे थे. मुझे अचानक ख्याल आया कि केन्नी बोस से काफी मिलते-जुलते हैं."
'रागदेश' आजाद हिंद फौज (आईएनए) के वीरों को सलाम करती है. फिल्म की कहानी लाल किले में आईएनए के तीन अधिकारियों पर चले मशहूर मुदकमे पर आधारित है. 'रागदेश' 28 जुलाई को रिलीज की जाएगी.