Idea Of India Summit 2024: एबीपी नेटवर्क के सालाना शिखर सम्मेलन 'आइडिया ऑफ इंडिया' में अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की बेटी श्वेता नंदा की बेटी नव्या नंदा नवेली शामिल हुईं. नव्या यूट्यूब पर अपने शो What The Hell पॉडकास्ट के जरिए लोगों से मुखातिब होती रहती हैं. नव्या प्रोजेक्ट नवेली की फाउंडर भी हैं. इतनी छोटी सी उम्र में वो जिस मुकाम पर पहुंची हैं, उसे लेकर उन्होंने इसका क्रेडिट अपनी फैमिली और बैकग्राउंड को दिया. उन्होंने बताया कि किसी के नाम के पीछे लग सरनेम की क्या इंपॉर्टेंस होती है.
सरनेम का प्रेशर और प्रिविलेज
नव्या ने उनके इतनी बड़ी फैमिली से होने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, ''सरनेम को लेकर तो ऐसा है कि हर इंसान के नाम के आगे ये लगा होता है. और मुझे लगता है हर किसी को उसे आगे लेकर जाना होता है. और आपको दिखाना होता है कि आप कहां से आए हैं यानी आपको अपनी लेगेसी को आगे ले जाना होता है.. मैं स्पशली जहां से आती हूं मेरी भी रिस्पॉन्सिबिलिटी है कि मैं उसे आगे लेकर जाऊं और खुद को और अपनी फैमिली को प्राउड फील कराऊं.''
बैकग्राउंड को दूंगी क्रेडिट
नव्या ने ये भी कहा कि उन्हें जो मौके इतनी कम उम्र में मिले हैं, वो उनकी उम्र की दूसरी लड़कियों को नहीं मिलते. इसलिए, इस बात का क्रेडिट मैं जरूर इस बात को देना चाहूंगी कि मैं कहां से आती हूं. नव्या ने कहा एक यंग लड़की के तौर पर ये उनकी रिस्पॉन्सिबिलिटी है कि वो उस बैकग्राउंड का ख्याल रखें. नव्या ने ये भी कहा कि मैं आज प्रोफेशनली और पर्सनली जहां पर हूं उसका क्रेडिट नो डाउट मैं अपनी फैमिली और बैकग्राउंड को देना चाहूंगी. उन्होंने ये भी कहा कि वो उनके पहले की पीढ़ी ने जो कुछ भी समाज के लिए किया. उसे आगे बढ़ाते हुए हमारी रिस्पॉन्सिबिलिटी बनती है कि हम उसे उससे बेहतर करें. ये जरूरी नहीं है कि इसके लिए हम कुछ बड़ा ही करें, हम छोटे-छोटी चीजें करके भी ऐसा कर सकते हैं.
प्यार को लेकर नव्या का क्या है सोचना?
इस सवाल पर कि क्या प्यार अब ऐसा हो गया है जिसे परिभाषित नहीं किया जा सकता, नव्या ने कहा कि ये लोगों का पर्सनल चॉाइस है कि वो उसे कैसे देखते हैं. प्यार को लेकर नव्या ने कहा की उनके हिसाब से लव हमेशा रोमांटिक नहीं होता. मेरे हिसाब से प्यार ये है कि मैं क्या कर रही हूं और मैं अपनी एनर्जी किस तरह से अपने काम में लगा रही हूं. उन्होंने ये भी कहा कि प्यार वो होता है जो आप फैमिली, फ्रैंड और अपने काम से करते हैं.
आज की जनरेशन की परेशानियां
नव्या ने कहा सोशल मीडिया आने के बाद बहुत सी चीजें बदली हैं. सभी कॉलेज जा रहे हैं सभी सोशल मीडिया इस्तेमाल कर रहे हैं. सबके पास ये सवाल हैं कि वो क्या कर रहे हैं और आगे उन्हें क्या करना है. ऐसे सवाल आज के यूथ को परेशान करते हैं. नव्या ने कहा जब मैं खुद का सोशल मीडिया हैंडल ओपन करती हूं तो मैं खुद से सवाल पूछती हूं कि क्या मैं हार्ड वर्क कर रही हूं. दिमाग में कहीं चल रहे इस सवाल से एक तरह का कॉम्पटेटिव माहौल बनता है.
नव्या चाहतीं हैं कैसा बदलाव?
नव्या ने ये भी कहा कि मैं चाहूंगी कि आज का यूथ अपने आपको अलग-अलग जगहों पर पेश करे. वो रेप्रेजेंटर बने अलग-अलग फील्ड्स का, चाहे वो बिजनेस हो या एंटरटेनमेंट हो या फिर पॉलिटिक्स. उन्होंने कहा कि इस देश में यूथ की पॉपुलेशन बहुत है और आगे के 30 साल यही संभालने वाले हैं. इसलिए, वो चाहेंगी कि वो डिसीजनमेकर बनें. नव्या ने कहा वो इंडिया में ऐसा ही चेंज चाहती हैं.
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