(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ideas of India 2.0: 'मैंने अपनी जिंदगी में कभी करियर फॉलो नहीं किया' आइडियाज ऑफ इंडिया में शेखर कपूर
Ideas of India 2.0: फिल्ममेकर शेखर कपूर ने एबीपी न्यूज़ के प्रोग्राम Ideas of India 2023 में शनिवार को शिरकत की. इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड से जुड़े कई सवालों का जवाब दिया.
Ideas of India 2.0: जानेमाने फिल्ममेकर शेखर कपूर ने एबीपी न्यूज़ के प्रोग्राम Ideas of India 2023 में शनिवार को शिरकत की. इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड से जुड़े कई सवालों का जवाब दिया. बैंडिट क्वीन और मिस्टर इंडिया जैसी फिल्मों को बनाने के लिए मशहूर डायरेक्टर शेखर कपूर ने एबीपी न्यूज की सीरीज प्रधानमंत्री को भी होस्ट किया था.
अपने करियर के बारे में बोलते हुए शेखर कपूर ने कहा, "मैं कोई फिल्म मेकर नहीं हूं. जब में दिल्ली में सीए था और लोग कहते थे कि अच्छा कर रहा है तो मैंने तभी कैरियर शब्द अपनी डिक्शनरी से हटा दिया था. मैं सेल्फ-डिस्कवरी के एडवेंचर पर हूं."
फिल्म बनाने के अलग-अलग तरीके पर क्या बोले शेखर कपूर?
मार्वल की फिल्मों की भव्यता और मेटावर्स को लेकर बोलते हुए शेखर कपूर ने कहा, "जब नरेटिव बदलेगा तो फिल्म देखने का नजरिया बदलता है. स्टोरीटेलिंग एक ही तरह की होती है वह कभी नहीं बलदती है. कहानी की बताने की मोरालिटी ही बदलती है. भारत में फिल्म बनाने पर शेखर कपूर ने कहा कि भारत में फिल्म बनाना 'चोर बाजार' जाने जैसा है. मैं जब भी पश्चिमी देशों में जाता हूं तो इस चीज को मिस करता हूं."
टेक्नोलॉजी के मुरीद हैं शेखर कपूर
निर्देशक शेखर कपूर ने कहा कि आज टेक्नोलॉजी और डिजिटल ने सब कुछ आसान कर दिया है. मुझे मिस्टर इंडिया फिल्म के समय काफी मेहनत करनी पड़ी थी. टेक्नोलॉजी लगातार बदलती रहती है और आज जिस तरह से कंटेंट का प्रसार हो रहा है, उसने फिल्मों को बहुत सस्ता बना दिया है. कंटेंट क्रिएशन एक खरब डॉलर का होने जा रहा है.
शेखर कपूर के बारे में
शेखर कपूर का नाम एक ऐसे फिल्म निर्देशक के रूप में शुमार किया जाता है जिन्होंने न सिर्फ बॉलीवुड में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी खास पहचान बनायी है. शेखर कपूर ने हिंदी सिनेमा करियर की शुरुआत वर्ष 1975 में फिल्म जान हाज़िर हो से की थी. उसके बाद उन्होंने फिल्म टूटे खिलौना निर्देशित की. उन्हें हिंदी सिनेमा में पहचान फैमिली ड्रामा फिल्म मासूम से मिली थी. इस फिल्म में मुख्य भूमिका में नसीरूद्धीन शाह और शबाना आजमी और जुगल हंसराज मुख्य भूमिका में नजर आये थे. उस दौर में यह फिल्म दर्शको और आलोचकों द्वारा बेहद पसंद की गयी थी.उसके बाद उन्होंने हिंदी सिनेमा में साइंस-फिक्शन फिल्म मिस्टर इंडिया फिल्म निर्देशित की. इस फिल्म में मुख्य भूमिका में अनिल कपूर-श्रीदेवी और अमरीश पूरी नजर आये थे. इस फिल्म में अमरीश पूरी ने खलनायक मोगैम्बो की भूमिका अदा की थी. जिसके बाद वह दर्शकों के बीच इसी नाम से प्रसिद्द हो गये. इस फिल्म का सबसे प्रसिद्द डॉयलौग ' मोगैम्बो खुश हुआ' आज भी दर्शको को पसंद है.