सुशांत सिंह राजपूत केस में अब ड्रग्स का मामला गहराता नजर आया है. इस केस में ईडी का शक ड्रग्स को लेकर कैसे हुआ, इस बारे में एबीपी न्यूज़ ने पड़ताल की है. इस सवाल का जवाब लेने के लिए एबीपी न्यूज़ ने ईडी के कुछ सूत्रों से बात की. सूत्रों ने मुताबिक, ईडी को पहले इस बारे में शक नहीं हो रहा था. फिर अभिनेता के अकाउंट से निकाले गए कैश को अलगअलग बयान में लोग जस्टिफाई कर रहे थे. ऐसा बताया गया था कि सुशांत एक सेलीब्रेटी थे, उनका खर्च भी उसी हिसाब से होगा.


जब ईडी ने डिटेल में एनालिसिस किया और उनकी नज़र लाकडाउन की कैश निकासी पर गई. जब सारी दुकानें बन्द थीं और कैश लगातार निकल रहा था, यानी खर्च हो रहा हो रहा था, इस बारे में ईडी ने पूछना शुरु किया. ईडी ने लोगों को कई बार बुलाया और सबके बयान अलग-अलग थे, जिसके चलते ईडी का शक बढ़ता गया.


ये शक कन्फर्म कब और कैसे हुआ?


सूत्रों ने एबीपी न्यूज़ से बताया कि जब कैश खर्च के बयान अलग-अलग मिलने लगे तो ईडी ने फैसला किया कि इनके मोबाईल को जब्त किया जाए. ईडी ने मोबाईल को जब्त किया. इस दौरान डिलीटेड हिस्ट्री को रिट्राइव करने के लिए मोबाईल फारेन्सिक लैब भेजा गया. डिलीटेड रिट्राइव हिस्ट्री से ये कन्फर्म होने लगा कि इस केस में ड्रग्स का खेल भी है.


कौन करता था ड्रग्स सप्लाई?


ईडी के सूत्रों ने बताया कि इसे लेकर पिन प्वाइंट कर लिया गया है. इसकी जानकारी ईडी ने नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो और सीबीआई को भी दे दी है. ईडी को मोबाईल फोन की फारेन्सिक जांच से कई सबूत मिले हैं उसी के ज़रिए ड्रग डीलर और ड्रग एंगल की पहचान की गई थी. इसके लिए संबंधिक एजेंसियों से बातचीत की गई है क्योंकि वो एजेंसिया इसके लिए स्पेशलाइज़्ड हैं. वो डिटेल जांच करेंगी.