बांग्ला फिल्मों के जाने-माने नायक और तृणमूल पार्टी के सांसद रहे तपस पॉल का आज मुम्बई के होली फैमिली अस्पताल में सुबह तकरीबन 4.00 बजे निधन हो गया. वे 61 साल के थे.


एक सूत्र ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि कि वो अमेरिका जा रही अपनी अभिनेत्री बेटी सोहनी पॉल के लिए मुम्बई आये हुए थे, मगर तबियत बिगड़ जाने के चलते उन्हें बांद्रा स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वे लम्बे समय से बीमार चले रहे थे. मगर अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वे किन बीमारियों से जूझ रहे थे. तपस पॉल का पार्थिव शरीर आज रात 8 बजकर 40 मिनट पर मुंबई से कोलकाता के लिए रवाना किया जाएगा. शव को एम आर बंगूर अस्पताल के पीछे गोल्फ क्लब रोड स्थित उनके आवास पर लाया जाएगा. जहां रात भर रखने के बाद उनका शव कल सुबह अंतिम दर्शन के लिए रवींद्र सदन पर रखा जाएगा. उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.


तपस पॉल ने 80 के दशक में बांग्ला फिल्म 'दादर कीर्ति' से फिल्मों की दुनिया में कदम रखा था, जिसके बाद उन्होंने 'गुरू दक्षिणा', 'परबत प्रिया', 'अमर बंधन' 'साहेब' जैसी तमाम फिल्मों में काम किया और एक अभिनेता के तौर पर उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में दीं.


गौरतलब है कि उन्होंने 1984 में रिलीज हुई जानी-मानी अभिनेत्री माधुरी दीक्षित की डेब्यू फिल्म 'अबोध' में भी काम किया था. माधुरी दीक्षित की तरह ही 'अबोध' तपस पॉल की पहली हिंदी फिल्म थी. राजश्री प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित और हीरेन नाग द्वारा निर्देशित इस फिल्म में तपस पॉल ने माधुरी दीक्षित के पति शंकर सिंह की भूमिका निभाई थी.


उल्लेखनीय है कि तपस पॉल ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सांसद भी रहे और 2014 में आम चुनावों के प्रचार के दौरान बंगाल‌ में एक चुनावी रैली में विवादित बयान देने के लिए भी सुर्खियों में आए थे.


गौरतलब है कि रोज़ वैली चिट फ़ंड घोटाले में तपस पॉल को सीबीआई ने 2016 में गिरफ्तार भी किया था, जिसके लिए उन्हें कई दिनों तक जेल में रहना पड़ा था.