Indian Box Office: स्टार पावर के दम पर 2023 में फिल्म इंडस्ट्री ने की ऐतिहासिक कमाई, जानें चौंकाने वाले जादुई आंकड़े
Indian Box Office: जो इंडस्ट्री अभी दो साल पहले घुटनों पर रेंग रही थी उसने अपनी ताकत कैसे दुनिया को दिखानी शुरू कर दी? एक नजर डालते हैं पूरी गणित पर. कैसे और आगे बढ़ सकती है इंडस्ट्री?
Indian Film Industry Box Office Collection: भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए साल 2023 एक बेहतरीन साल रहा. कोरोना महामारी ने जितनी चोट देश की अर्थव्यवस्था को पहुंचाई थी, उतनी ही चोट फिल्म इंडस्ट्री की अर्थव्यवस्था को भी पहुंचाई. लेकिन बीते साल इस इंडस्ट्री ने अपनी पुरानी चमक फिर से पा ली. अब आप सोच रहे होंगे क्यों? तो इसका जवाब आपको इंडस्ट्री की कमाई से जुड़ा डेटा दे देगा.
एक दौर था जब भारतीय फिल्मों की कमाई रोकने के लिए बहुत सी दीवारें थीं. फिल्में जिस भाषा में बनती थीं, उन्हें सिर्फ उसी भाषा के लोग ही देखते थे. अच्छा कंटेंट होने के बावजूद भाषाई स्तर ये फिल्में ज्यादा दर्शकों के पास नहीं पहुंच पाती थीं. हालांकि, फिल्मों की डबिंग ने उस दीवार को ढहा दिया. और लोग अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों को अपनी भाषा में देखने लगे.
इसके अलावा, एक और दीवार थी. फिल्में भारतीय दर्शकों के पास तक तो पहुंच रही थीं, लेकिन दुनियाभर के दर्शकों के बीच पहुंचने में कामयाब नहीं हो पा रही थीं. उस दीवार को ढहाने का काम किया फिल्मों के प्रमोशन और डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर 'दूरदर्शिता' ने. इस काम में सबसे ज्यादा मदद की शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन और रजनीकांत जैसे एक्टर्स ने. इनकी फिल्में अमेरिका और यूके सहित दूसरे कई यूरोपीय देशों में बेहतर प्रदर्शन करने लगीं और इनके चाहने वाले भी बहुत से हो गए.
भारतीय फिल्मों की कमाई कहती है भविष्य की कहानी
अब आप अगर ये सोच रहे हैं कि इतनी सारी बातें क्यों की जा रही हैं. तो उसकी वजह है इस साल भारतीय फिल्मों की कमाई से जुड़े कमाल के आंकड़े. क्या आप जानते हैं कि बीते साल इंडस्ट्री ने कितनी कमाई की है? जवाब है 13 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा. फिल्मों की कमाई से जुड़े ये आंकड़े सैकनिल्क वेबसाइट के आधार पर हैं.
ये आंकड़ा अपने आप में चौकाने वाला है, जिस इंडस्ट्री का इतिहास 100 साल से भी पुराना हो और जिसे 2020 से लेकर 2022 तक घुटनों पर रेंगना पड़ा हो. उसकी ऐसी वापसी चौकाने वाली ही होगी. बड़े-बड़े स्टार्स की फिल्में भी फ्लॉप होने लगी थीं. कोरोना की वजह से लोगों के रोजगार और दूसरी चीजों पर इतना असर पड़ा कि लोग सिनेमाहॉल की तरफ रुख करने से भी डरने लगे थे. लेकिन बीता साल नई उमंग लेकर आया.
कैसे छुआ इंडस्ट्री ने ये जादुई आंकड़ा?
ये बात खुश होने वाली तो है कि फिल्म इंडस्ट्री फलफूल रही है. लेकिन इसमें एक नेगेटिव पॉइंट भी है, जो अपने आप में पॉजिटिव भी है. असल में अगर हम इस 13 हजार करोड़ की कमाई में स्टार पॉवर और सिर्फ एक्टर्स के बीच तुलना करके बात करें, तो सच ये है कि इस पूरी कमाई में आधे से ज्यादा कमाई इंडस्ट्री के 7 या 8 स्टार्स ने ही की है.
स्टार पॉवर आया है काम
बेशक कई छोटे बजट की और ऐसे एक्टर्स की कुछ फिल्में चलीं जिनके पास स्टारडम की कमी है. लेकिन इतने बड़े पहाड़ जैसे कलेक्शन को छूने में सिर्फ कुछ नाम ही हैं. इन नामों में हैं-
- शाहरुख खान जिनकी 3 फिल्मों ने अकेले ही 2600 करोड़ से ज्यादा की कमाई की.
- उसके बाद आते हैं सनी देओल, सलमान खान, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह, रजनीकांत और प्रभास जैसे एक्टर्स जिनकी फिल्मों की टोटल कमाई पूरी फिल्म इंडस्ट्री की कमाई की आधी है.
- नीचे दी गई टेबल से ये आंकड़े समझने की कोशिश करते हैं.
अब अगर इन फिल्मों की कमाई को एक साथ जोड़ा जाए तो ये करीब 6900 करोड़ के आसपास पहुंचती है और ये फाइनल नहीं है. क्योंकि ऊपर बताई गई फिल्मों में से कई फिल्में अभी भी चल रही हैं. ये आंकड़ा 13 हजार करोड़ के भारी-भरकम आंकड़े के आधे से भी ज्यादा है.
इंडस्ट्री को होना होगा दूरदर्शी
जाहिर है कि इंडस्ट्री को सोचने की जरूरत है. छोटे बजट और अच्छे कंटेंट वाली फिल्मों की भी रीच बिल्कुल वैसे ही बढ़ाने की जरूरत है. जैसे किसी बड़े स्टार की फिल्म प्रमोट की जाती है. विक्रांत मेसी की फिल्म '12th फेल' जैसी फिल्में भी अच्छा कारोबार करने का दम रखती हैं अगर इन जैसी फिल्मों को भी विदेशी दर्शकों तक पहुंचाने की कोशिश की जाए.
आमिर खान की 'सीक्रेट सुपरस्टार' इसका बेहतरीन उदाहरण है. ये फिल्म सिर्फ 15 करोड़ में बनी थी और इसने दुनियाभर में 912 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी. अगर अच्छी फिल्मों के डिस्ट्रीब्यूशन और प्रमोशन में मेहनत की जाए तो ये फिल्में किसी बड़े बजट की फिल्म से कहीं ज्यादा प्रॉफिट मार्जिन दे सकती हैं. बड़े बजट की फिल्में भले 1000 करोड़ कमा लें, लेकिन उनका बजट ही अगर 300 करोड़ है तो प्रॉफिट मार्जिन घट जाएगा. लेकिन वहीं 10 करोड़ की फिल्म अगर 500 करोड़ कमाती है, तो सोचिए फिल्म से जुड़े लोग और इंडस्ट्री को कितना फायदा होगा?
अगर इंडस्ट्री ऐसा कर पाने में सफल होती है, तो वो दिन दूर नहीं है जब भारतीय फिल्में हॉलीवुड से आंख से आंख मिलाकर खड़ी हो पाएंगी और उनकी बेहतरीन फिल्मों को भी पटखनी दे पाएंगी.