'दो अनजाने' के सेट पर शुरू हुआ था रेखा-अमिताभ की मोहब्बत का 'सिलसिला', फिर दोनों हमेशा के लिए हो गए एक-दूसरे से अनजान
अमिताभ बच्चन और रेखा की मोहब्बत की दास्तान कुछ ऐसी है जिसके बारे में जितना कहा जाए कम है. एक समय प्यार में डूबे रहने वाला ये जोड़ा अब एक दूसरे से नज़रें तक नहीं मिलाता.आखिर क्या थी इनकी अधूरी प्रेम कहानी की उलझन. क्यों एक नहीं हो पाई ये जोड़ी.आइए नज़र डालते हैं...
"मैं और मेरी तन्हाई, अक्सर ये बातें करते हैं, तुम होती तो कैसा होता, तुम ये कहती तुम वो कहती, तुम इस बात पे हैरान होती, तुम उस बात पे कितनी हंसती, तुम होती तो ऐसा होता, तुम होती तो वैसा होता..."
फिल्म 'सिलसिला' में अमिताभ बच्चन के कहे ये लफ्ज़ आज भी हर सिनेमा प्रेमी के दिल में एक नई उमंग जगा जाते हैं. लेकिन, 1981 में आई इसी फिल्म के बाद अमिताभ और रेखा हमेशा के लिए एक-दूसरे से अनजान हो गए. रिश्तों की अजीब उधेड़बुन देखिए कि 'दो अनजाने' के सेट पर शुरू हुआ इन दो अनजानों की मोहब्बत का सिलसिला फिल्म 'सिलसिला' पर आकर रुका और फिर हमेशा-हमेशा के लिए उनके दिलों में कैद होकर रह गया.
वैसे, अमिताभ और रेखा का लव अफेयर एक ऐसा विषय है जिसपर अब तक ना जाने कितना कुछ लिखा, पढ़ा और बोला जा चुका है. हालांकि, इन दोनों ही कलाकारों ने कभी भी अपने इस कथित रिश्ते पर आज तक खुलकर नहीं कहा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमिताभ और रेखा के बीच प्रेम का अंकुर सत्तर के दशक में फूटा था. उस समय तक अमिताभ की शादी जया भादुड़ी से हो चुकी थी और वह फिल्म ‘दो अनजाने’ (1976) की शूटिंग में व्यस्त थे. इसी फिल्म के सेट पर रेखा और अमिताभ की मुलाकात हुई थी जो धीरे-धीरे नजदीकी में बदल गई.
ऐसी कई ख़बरें उस समय आम थीं कि रेखा और अमिताभ एक मित्र के बंगले पर चोरी-छुपे एक दूसरे से मिलने जाया करते थे.रेखा और अमिताभ की नजदीकी से जुड़ा एक ऐसा ही किस्सा आज भी इंडस्ट्री में मशहूर है. कहा जाता है कि 1978 में फिल्म ‘गंगा की सौगंध’ की शूटिंग चल रही थी, इस दौरान अमिताभ ने अपने एक को-स्टार को जमकर फटकार लगाई थी. बताया जाता है कि यह को-स्टार रेखा से ठीक ढंग से व्यवहार नहीं कर रहा था, जिससे चिढ़कर अमिताभ ने उसे जमकर लताड़ा था.
इस घटना के बाद हुआ यह कि अमिताभ और रेखा के लव अफेयर को लेकर लोगों में तरह-तरह की बातें होने लगीं. मीडिया में ख़बरें छपने लगीं, यही नहीं इंडस्ट्री में भी अफवाहों का दौर चल पड़ा. एक तरह से को-स्टार को डांटना अमिताभ को भारी पड़ गया था, हालांकि, अमिताभ और रेखा दोनों ने ही इस पूरे मसले पर उस दौरान चुप्पी साध ली और कुछ भी कहने से परहेज किया था.
बहरहाल, अमिताभ और रेखा के अफेयर को लेकर चल रही बातों को दो घटनाओं से और अधिक बल मिला था. हुआ कुछ ऐसा था कि ऋषि कपूर और नीतू की शादी में रेखा सुहागिनों की तरह तैयार होकर माथे पर सिंदूर लगाकर पहुंची थीं. रेखा का यह रूप देख वहां मौजूद हर शख्स चकित रह गया था सबको यही लगा था कि रेखा अपने माथे पर अमिताभ के नाम का सिंदूर लगाकर इस शादी में पहुंची हैं. रेखा सिर्फ यहीं नहीं रुकीं, बल्कि इस शादी में मौजूद अमिताभ से उन्होंने काफी देर तक बातचीत भी की थी. कहते हैं इस दौरान खुद को मजबूत दिखा रहीं जया इतना भावुक हो गईं थीं कि फूट-फूट कर रोने लगी थीं.
वहीं, फिल्म सिलसिला के डायरेक्टर यश चोपड़ा ने भी एक इंटरव्यू के दौरान इस बात को माना था अमिताभ और रेखा रिलेशन में थे. बहरहाल, इस रिश्ते की असलियत जो भी हो लेकिन कहा अब भी यही जाता है कि रेखा आज भी अमिताभ के नाम का सिंदूर लगाती हैं हालांकि खुद उन्होंने इस बात की सफाई कभी देना जरूरी नहीं समझा. एक इंटरव्यू में उन्होंने सिर्फ इतना कहा था-मैं जिस शहर से आती हूं, वहां सिंदूर लगाने का फैशन है और वैसे भी सिंदूर मुझपर काफी सूट करता है.
अमिताभ-रेखा का फिल्मी सफर उनके रोमांस के साथ आगे बढ़ता गया और जया के पास सिवाए ये सब देखने के और कोई चारा नहीं बचा था. हालांकि, एक दिन उन्होंने रेखा को अपने घर पर डिनर पर बुलाकर चौंकाने वाला कदम उठाया. जया ने रेखा की खूब खातिरदारी की लेकिन इशारों-इशारों में उन्हें यह भी बता दिया कि उनका पति सिर्फ उनका है. रेखा घर तोड़ने वाली महिला बनकर अमिताभ से अपना रिश्ता पनपने नहीं देना चाहती थीं और यहीं से उन्होंने खुद को यह समझा लिया कि जिस रिश्ते का कोई अंजाम नहीं उसे उसी मोड़ पर छोड़ना ठीक है. आखिरकार 'सिलसिला' के बाद रेखा और अमिताभ हमेशा के लिए जुदा हो गए.
इस ब्रेकअप से उभरने में रेखा को वक्त लगा लेकिन 1990 में उनकी ज़िंदगी में मुकेश अग्रवाल नाम के शख्स के रूप में वो हमसफर मिला जिनके साथ उन्होंने साथ जीने मारने की कसमें खायीं. लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. शादी के आठ महीने ही बीते थे कि मुकेश ने रेखा के दुप्पटे से लटककर फांसी लगा ली. डिप्रेशन से जूझ रहे मुकेश की मौत का ज़िम्मेदार भी रेखा को ठहराया गया. मुकेश के घरवालों ने उन्हें डायन तक कहा और उन्हें नेशनल वैम्प करार दे दिया गया. मुकेश के जाने के बाद बिग बी के बाद रेखा का दूसरा प्यार भी अधूरा रह गया और वह हमेशा के लिए अकेली रह गईं.