Irrfan Khan Death Anniversary: बॉलीवुड में कुछ ऐसे सितारे थे जिन्हें कोई कभी नहीं भुला सकता है. उन एक्टर्स में से एक इरफान खान थे जो 29 अप्रैल 2020 के दिन दुनिया को अलविदा कह गए थे. इरफान बहुत ही सुलझे हुए इंसान थे और अपनी बातों को खुलकर कहना पसंद करते थे. मुस्लिम परिवार में जन्म लेने वाले इरफान खान को नॉनवेज खाना पसंद नहीं था और इस बारे में उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था.


वैसे तो इरफान खान के जीवन में कई ऐसी बातें रहीं जिन्हें अलग-अलग ढंग से याद किया जा सकता है. लेकिन यहां आपको बताएंगे कि मुस्लिम पठान परिवार से ताल्लुक रखने के बाद भी वो शाकाहारी व्यक्ति थे.


इरफान खान को क्यों कहते थे 'ब्राह्मण का बच्चा'?


7 जनवरी 1967 को इरफान खान का जन्म एक पठान मुस्लिम परिवार में हुआ था. इनका पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान था. एक्टर ने अपने कई इंटरव्यू में बताया था कि वो मुस्लिम परिवार में जन्म लेने के बाद भी नॉनवेज खाना पसंद नहीं करते थे. वो बचपन से ही शाकाहारी रहे हैं और इसी वजह से उनके पिता मजाक में इरफान को ये तो पठान परिवार में एक ब्राह्मण पैदा हो गया.




रिपोर्ट्स के अनुसार, इरफान के पिता अक्सर उन्हें शिकार पर ले जाते थ. जंगल का वातावरण इरफान को पसंद आता था लेकिन उन्हें नहीं पसंद था कि जानवरों को कोई मारे. वो जानवरों से कनेक्शन महसूस करते थे. ऐसा उन्होंने कई बार बताया और जानवरों से कनेक्शन महसूस करने के कारण ही वो कभी मांस या मीट नहीं खा पाए. इरफान ने बताया था कि उन्हें राइफल चलाना आता है लेकिन वो कभी किसी जानवर का शिकार नहीं किए.


इरफान खान के निधन ने सबको झकझोरा


29 अप्रैल 2020 को इरफान खान के निधन की खबर आई, तो ये झटका न सिर्फ उनके परिवार को लगा बल्कि उनके लाखों चाहने वालों का दिल भी टूट गया. इरफान अपने पीछे पत्नी सुतापा और दो बेटों को छोड़ गए.




इरफान का एडमिशन जब NSD में हुआ था उसके कुछ समय बाद ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया था. वहीं इरफान के निधन के ठीक चार दिन बाद ही उनकी मां का भी निधन हो गया था. इरफान ने हिंदी सिनेमा को कई ऐसी फिल्में दीं जो यादगार बन गईं.


यह भी पढ़ें: 'बड़े मियां छोटे मियां' फ्लॉप, लेकिन 2024 में आने वाली हैं Akshay Kumar की कई बेहतरीन फिल्में, मेकर्स को हैं बड़ी उम्मीद