नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर इरफान खान इन दिनों लंदन में अपना इलाज करवा रहे हैं और रिपोर्ट्स का दावा है कि वो जल्दी रिकवरी कर रहे हैं. रिपोर्ट्स का तो ये भी कहना है कि वो जल्द इंडिया लौट सकते हैं. हालांकि उनका ये इंडिया दौरा फिलहाल थोड़ा छोटा होगा.
इरफान की फिल्म 'कारवां' रिलीज होने वाली है. इसी फिल्म को प्रमोट करने के लिए इरफान इंडिया लौट सकते हैं. कुछ वक्त पहले फिल्म की रिलीज डेट अनाउंस की गई थी. फिल्म के निर्देशक अकर्श खुराना ने कहा, ''हम इरफान खान के लौटने की उम्मीद कर रहे हैं. 'कारवां' में इरफान खान की परफॉर्मेंस बेहद खास है. उनके साथ काम करना मेरे सपने के सच होने जैसा था. जब हमने फिल्म शुरू की थी तो शुरुआत के दो-तीन बाद ही हम एक दूसरे के साथ सहज थे और हमारी ट्यूनिंग कमाल की हो गई थी.''
इरफान की हेल्थ के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे लिए भी ये शॉकिंग था. मुझे जब उनकी बीमारी के बारे में पता चला तो वो मेरे लिए बेहद शॉकिंग था. मुझे उनकी बीमारी के बारे में तब पता चला था जब वो फिल्म देख चुके थे और उन्होंने मुझे बेहद खास फीडबैक दिया था.
इरफान खान की बीमारी के बारे में पता चलने के बाद उनकी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई थी जिसका प्रमोशन नहीं किया जा सकता था. लेकिन अब कहा जा रहा है कि उनकी तबीयत पहले से बेहतर हो रही है और उम्मीद है को जल्द भारत वापस लौट आएंगे.
दो महीने बाद किया था इरफान ने किया ट्वीट
फैंस उनकी सेहत के अपडेट्स का काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. करीब दो महीने पहले इरफान खान ने ट्वीट किया हालांकि इस ट्वीट में उन्होंने अपनी बीमारी या सेहत को लेकर को अपडेट नहीं दिया है.
इरफान के इस ट्वीट से पता चलता है कि वो अपनी फिल्मों को लेकर काफी उत्सुक हैं और शायद इस बात का अफसोस भी महसूस कर रहे हैं कि वो अपनी फिल्मों के प्रमोशन और उससे जुड़े काम में फिलहाल शामिल नहीं हो पा रहे हैं. इरफान के इस लेटेस्ट ट्वीट की बात करें तो उन्होंने अपनी आने वाली फिल्म 'कारवां' का पोस्टर फैंस के साथ शेयर किया है.
न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर का करवा रहे हैं इलाज
बता दें कि इरफान खान इस समय लंदन में इसका इलाज करवा रहे हैं. इस बीमारी को लेकर उन्होंने बयान दिया था कि उन्हें न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर होने का पता चला है. यह दुर्लभ कार्सिनोमा शरीर के विभिन्न अंगों को निशाना बना सकता है. वह उपचार के लिए देश से बाहर हैं. इरफान ने कहा कि इस बीमारी से मुकाबला कठिन है लेकिन उनके करीबी लोगों ने इससे लड़ने में उनकी मदद की और उम्मीद की राह दिखाई.