नई दिल्ली: 'आज में इंग्लिश में बात करुंगा, क्‍योंकि आज इंडिया इंग्लिश है और इंग्लिश ही इंडिया है...' ये डायलॉग इरफान खान की अपकमिंग फिल्म 'हिंदी मीडियम' की ट्रेलर का है. अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में एडमिशन दिलाने के लिए पैरेंट्स को किन-किन समस्याओं के जूझना पड़ता है इस फिल्म में इसी मुद्दे को दिखाया गया है.


इस फिल्म में अपनी बच्ची को प्राइवेट स्कूल में दाखिली दिलाने के लिए अपने पति से कहती हैं, 'सरकारी स्कूल में जाएगी तो कुछ नहीं सीख पाएगी, कोई अंग्रेजी में बात करेगा तो उसकी रूह कांप जाएगी, सोसाइटी में फिट नहीं हो पाई तो लोनली और डिप्रेस हो जाएगी... ' ये सिर्फ उनकी सोच नहीं बल्कि हर पैरेंट्स की यही कहानी है. यहां देखें ट्रेलर-



ये फिल्म 12 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इस फिल्म में पाकिस्तानी अदाकारा सबा कमर, बाल कलाकार रिषिका सहगल और दीपक डोबरियाल मुख्य भूमिकाओं में हैं.


ट्रेलर लॉन्च के दौरान इरफान खान ने बताया है कि भले ही अब उनकी बेजोड़ अभिनय प्रतिभा के लिए जाना जाता है लेकिन एक समय वह इतने शर्मीले थे कि लोगों का उनपर ध्यान तक नहीं जाता था. अभिनेता ने कहा कि उनके शिक्षक कक्षा में सही से उनकी आवाज ना सुनायी देने के कारण अकसर उन्हें डांट लगाते थे.


उन्होंने कहा, ‘‘मेरे सहपाठियों को पता तक नहीं था कि मैं स्कूल में हूं भी या नहीं. मुझ पर किसी का ध्यान ही नहीं जाता था. जब शिक्षक मेरा नाम पूछते थे, मैं खड़े होकर बताता था लेकिन वह सुन नहीं पाते थे. मुझे अकसर डांटकर कहा जाता था ‘जोर से बोलो, अपना नाम बताओ.’ मैं काफी शर्मीला था.’’



इरफान ने कहा कि बचपन में वह सोचते थे कि वह तेजी से बड़े हो जाएं ताकि उन्हें स्कूल ना जाना पड़े.  बदले हुए हालात में पाक कलाकार सबा कमर‌ के भारत में अपनी ही फिल्म का प्रचार नहीं‌ कर पाने के सवाल पर इरफान ने कहा कि हम सबको इसके बारे में विचार करने की जरूरत है कि आखिर ऐसा क्यों है?