ईरानी फिल्म की कॉपी होने के आरोपों पर 'न्यूटन' के डायरेक्टर ने तोड़ी चुप्पी
अमित ने कहा है कि वह ईरानी फिल्म 'सीक्रेट बैलट' से पूरी तरह अनजान थे और जो लोग ऐसा कह रहे हैं, उन्हें दोनों फिल्मों को देखना चाहिए और इस बात का पता लगाना चाहिए कि क्या यह फिल्म उसकी नकल है.
नई दिल्ली: फिल्म 'न्यूटन' की हर तरफ हो रही है तारीफों के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया है कि ये फिल्म एक ईरानी फिल्म 'सीक्रेट बैलट' की कॉपी है. अब इस आरोप पर डायरेक्टर अमित वी. मासुरकर ने चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि उस फिल्म से 'न्यूटन' फिल्म की कोई समानता नहीं है.
हाल ही में जब उनस पूछा गया कि क्या उनकी फिल्म ईरानी फिल्म से प्रेरित है? तो अमित ने कहा, "मैंने इसकी कहानी 2013 में लिखी थी, और आठ महीने बाद मैं मयंक तिवारी (पटकथा लेखक) के साथ इसकी पटकथा पर काम कर रहा था."
उन्होंने कहा, "इस कहानी का इरादा हमारे लोकतंत्र में आबादी के उस वर्ग के बारे में बात करना है, जो वोट देने की इच्छा रखता है. यह कहानी मेरे दिल से निकली है. मुझे सीक्रेट बैलट के बारे में कोई जानकारी नहीं थी."
अमित के अनुसार, "मुझे लगता है कि शूटिंग शुरू होने के दो दिन पहले किसी ने मुझसे कहा था कि क्या मैंने वह ईरानी फिल्म देखी है. मैंने फिल्म की कुछ क्लिपिंग ऑनलाइन देखी और मैंने पाया कि उस फिल्म से हमारी फिल्म की कोई समानता नहीं है."
अमित ने कहा है कि वह ईरानी फिल्म 'सीक्रेट बैलट' से पूरी तरह अनजान थे और जो लोग ऐसा कह रहे हैं, उन्हें दोनों फिल्मों को देखना चाहिए और इस बात का पता लगाना चाहिए कि क्या यह फिल्म उसकी नकल है. आपको बता दें कि 'न्यूटन' को ऑस्कर 2018 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया है. इस खबर की घोषणा के एक दिन बाद कई रपटों में दावा किया गया कि यह फिल्म 2001 की ईरानी फिल्म 'सीक्रेट बैलट' की नकल है.
यह फिल्म एक निर्वाचन अधिकारी के जीवन पर केंद्रित है, जो मतदाताओं को वोट देने और चुनाव में हिस्सा लेने का निवेदन करने के लिए जंगली और दूरवर्ती स्थान की यात्रा करता है.