विवेक ओबरॉय की फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' को कोर्ट में एक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी और देश की सर्वोच्च अदालत ने फिल्म के पक्ष में फैसला भी दिया. लेकिन इस सब के बावजूद विवेक ओबरॉय की ये फिल्म अपने तय समय पर रिलीज नहीं हो पाएगी क्योंकि चुनाव आयोग ने इस पर रोक लगा दी है.

विवेक ऑबरॉय ने अब फिल्म को लेकर लड़ी इस लड़ाई को लेकर बॉलीवुड सेलेब्स पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी लेने के लिए तो सब आगे आते हैं लेकिन उन पर बनी फिल्म के समर्थन में कोई भी आगे नहीं आया.

जुम टीवी से बात करते हुए विवेक ओबरॉय ने कहा , ''मुझे लगता है कि हमारी फिल्म इंडस्ट्री में एक जुटता नहीं. जब संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' विवादों में थी और उनके साथ बदसलूकी तक की गई थी. तब भी उनके समर्थन में कोई नहीं आया था. ऐसा ही कुछ शाहरुख खान की फिल्म 'माई नेम इज खान' को लेकर भी हुआ था. जब वो फिल्म विवादों में थी तब भी इंडस्ट्री ने उससे किनारा कर लिया था.''




विवेक यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ सेल्फी पोस्ट करना बहुत आसान है. उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री को एक साथ आना चाहिए ताकि कोई भी फिल्म इस प्रकार के विवादों से बाहर निकल पाए.

विवेक ने कहा कि कई बॉलीवुड स्टार्स सोशल मीडिया पर हर मुद्दे को लेकर बात करते नजर आते हैं लेकिन हमारी फिल्म पर बैन लग रहा था और किसी ने कुछ नहीं कहा. ये गलत है. सिर्फ मेरे साथ ही नहीं बल्कि ये उनके खुद के उसूलों के भी खिलाफ है.



चुनाव आयोन ने फिल्म पर लगाई रोक

चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक की रिलीज पर रोक लगा दी है. चुनाव आयोग ने कहा है कि ये फिल्म 11 को रिलीज नहीं होगी. साथ ही चुनाव आयोग ने ये भी कहा है कि लोकसभा चुनावों के बीच जितनी भी बायोपिक रिलीज हो रही हैं, उनके लिए एक कमेटी बनेगी. रिव्यू के बाद ही ऐसी फिल्म रिलीज होंगी.



बायोपिक या फिर ऐसी फिल्में जो लोगों को प्रभावित कर सकती हैं और जिससे राजनीतिक पार्टियों को किसी भी लेवल पर फायदा हो सकता है, वो लोकसभा चुनावों तक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में नहीं दिखाई जा सकतीं.