मुंबई: नाना पाटेकर और साजिद खान जैसे बालीवुड के कुछ लोकप्रिय नाम मीटू आंदोलन का सामना कर रहे हैं और इस बारे में जैकी श्राफ का कहना है कि इसमें उनके सहयोगियों का नाम होना अफसोसजनक है. अभिनेता ने कहा कि जहां किसी महिला का उत्पीड़न नहीं किया जाना चाहिए, वहीं लोगों को दूसरे के पतन का आनंद भी नहीं लेना चाहिए.


उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे सहयोगी संघर्ष कर रहे हैं. वे मेरे सह कलाकार रहे हैं...लोग इसे देखकर आनंद ले रहे हैं . श्राफ ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘‘दूसरे लोग क्या कर रहे हैं, यह देखने में लोगों की इतनी दिलचस्पी क्यों हैं?’’


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आपको बता दें कि जैकी श्रॉफ के साथ फिल्म परींदा (1989) और अंगार (1992) जैसी कई फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता नाना पाटेकर पर तनुश्री दत्ता ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. नाना पाटेकर पर केस भी दर्ज हो चुका है. इस वजह से 'हाउसफुल 4' से भी नाना पाटेकर को निकाल दिया गया है. ऐसी खबरें भी हैं कि अब नाना पाटेकर की जगह जैकी श्रॉफ ले रहे हैं.


नाना पाटेकर के अलावा बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियां मीटू के चेपट में आ चुकी हैं.


इसी बीच आज जब जैकी श्रॉफ से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा यह बेहद महत्वपूर्ण है कि महिलाओं के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा सुनिश्चित की जाये और जब कोई इस तरह की बात होती है तब दोषी के खिलाफ तुरंत एवं कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.


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उन्होंने कहा कि बेहतर हो कि किसी भी दुर्व्यवहार करने वाले को तुरंत थप्पड़ जड़ दिया जाये. किसी को भी अश्लील व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए.


उन्होंने कहा, ‘‘शायद ऐसी लड़कियां भी है जो शर्मिली होती है और इस तरह का कदम नहीं उठा पाती हैं. मैं जानता हूं क्योंकि मेरे घर में भी बेटी और पत्नी है लेकिन थोड़ा मजबूत होने का वक्त है.’’


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