नई दिल्ली: हर बच्चे का सपना होता है कि उनकी कामयाबी, उनकी उड़ान, उनके सुख-दुख में मां का साथ हो. वहीं हर मां चाहती है वो अपने बच्चे को तरक्की के रास्तों पर चलते देखे. लेकिन बोनी कपूर के घर में ऐसा संयोग हुआ जिसे कोई चाह कर भी नकार नहीं पाएगा. मशहूर प्रोड्यूसर बोनी कपूर और भारत की पहली फीमेल सुपरस्टार श्रीदेवी की बेटी जाह्न्वी के साथ वही हुआ जो आज से छह साल पहले इस घर में हुआ था.
शनिवार देर रात श्रीदेवी का दुबई में निधन हो गया. वो 54 साल की थी. श्रीदेवी अपने हसबैंड बोनी कपूर और छोटी बेटी खुशी के साथ एक फैमिली फंक्शन में शामिल होने के लिए दुबई गईं थी. जबकि उनकी बड़ी बेटी जाह्न्वी अपनी फिल्म की शूटिंग में बिजी थी. जाह्न्वी को जिन्दगी भर इस बात का मलाल रहेगा कि वो क्यों अपनी के साथ नहीं गई.
जाह्न्वी धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही फिल्म धड़क की शूटिंग में व्यस्त थी. चार महीने बाद फिल्म बड़े पर्दे पर आती लेकिन उनकी खुशी देखने के लिए अब उनकी मां इस दुनिया में नहीं हैं. जाह्नवी को फिल्मी बैकग्राउंड तो घर से मिला था लेकिन मां श्रीदेवी अपने देख रेख में उन्हें सिलवर स्क्रीन पर उतारना चाहती थीं. लेकिन बेटी की फिल्म की रिलीज से करीब 4 महीने पहले ही वे दुनिया से चली गईं. ऐसा ही कुछ छह साल पहले भी हुआ था.
बोनी कपूर और उनकी पहली पत्नी मोना कपूर के बेटे अर्जुन कपूर अपनी पहली फिल्म के रिलीज होने का इंतजार कर रहे. मई में 'इश्कजादे' रिलीज होने वाली थी लेकिन फिल्म रिलीज होने से पहले अर्जुन की मां का निधन हो गया.