बिहार: जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष पप्पू यादव ने मंगलवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने बिहार की राजनीति पर प्रतिक्रिया देने के अलावा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी की सीबीआई जांच की भी मांग की. इस दौरान उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी को लेकर बॉलीवुड के कई दिग्गजों पर भी हमला बोला. रविवार को 34 साल के अभिनेता ने मुंबई के अपने घर में खुदकुशी कर ली थी.


सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर उठाए सवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पप्पू यादव ने सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या का मुद्दा भई उठाया. उन्होंने कहा कि एक बिहार और एक देश गंभीर विषय है. क्या बिहार या हिंदी भाषी क्षेत्रों के कलाकारों और प्रतिभावान लोगों को ऐसे ही खत्म कर दिया जाएगा? उन्होंने कहा, "आज सवाल केवल सुशांत सिंह राजपूत की मर्डर मिस्ट्री का ही नहीं है. बल्कि सभी युवाओं का है, जो कुछ करना चाहते हैं. हमने इसके लिए गृहमंत्री को चिट्ठी भी लिखी है. चिठ्ठी लिखने के पीछे का कारण सुशांत सिंह के भीतर की भावनाएं हैं, जिसे हमें समझने की जरूरत है. वह हिंदुस्तान के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने चांद पर अपना पहला बुकिंग कराया, जब 'पद्मावत' फिल्म को लेकर हमला हुआ था, तो उन्होंने अपने नाम के पीछे से राजपूत को हटा लिया था. जब एनआरसी और एनपीआर को लेकर देश जलने की स्थिति में था, तब सुशांत ही थे, जो इंसानियत और देशहित की भावना को देखते हुए सड़कों पर उतरे थे, जिसकी इतनी बड़ी सोच हो वो आत्महत्या कैसे कर सकता है."


पप्पू यादव ने कहा कि उनकी हत्या की कई वजह हैं. पहला यह है कि अनुराग कश्यप की फिल्म नहीं करने के कारण उन्हें पहले से शक था कि उन्हें मार दिया जाएगा. दूसरा यह कि करण जौहर की फिल्म 'ड्राइव' में उन्होंने काम किया. लेकिन करण जौहर ने इस फिल्म को थियेटर में रिलीज ना कर इसे नेटफ्लिक्स पर रिलीज कर दिया, जिस कारण सुशांत सिंह और करण जौहर के बीच कुछ बातें हुईं, जिसके बाद उन्हें धमकी दी गई थी और उसके बाद से ही करण जौहर ने सुशांत को टॉर्चर करना शुरू कर दिया था.


पप्पू यादव ने कहा कि सुशांत को बार-बार फिल्मों से रिप्लेस किया गया. उनकी लास्ट फिल्म 'छिछोरे' और 'गली बॉय' एक साथ रिलीज हुई. 'छिछोरे' अच्छी फिल्म होने के बाद भी नेशनल अवॉर्ड में नहीं गई. वहां के प्रोडक्शन हाउस खासकर जिसमें करण जौहर, अनुराग कश्यप समेत और भी इंडस्ट्री के बड़े बैनर जैसे धर्मा, साजिद नाडियावाला, टी-सीरीज, सलमान खान, दिनेश विजन, बालाजी इन सभी ने सुशांत को बैन कर दिया था और इसका कारण सिर्फ करण जौहर और अनुराग कश्यप को मना करना था.


पप्पू यादव ने बताया, "मेडिकल में आत्महत्या के दो लक्षण होते हैं. पहला जीभ बाहर निकलना और दूसरा गर्दन की हड्डी का टूट जाना. यह दोनों लक्षण सुशांत सिंह में नहीं पाए गए. ऐसे में जब यह दोनों लक्षण नहीं पाए गए, तो मामले की जांच होनी चाहिए. केवल सुशांत ही नहीं, बल्कि देश में 150 साल में 500 से भी अधिक लोगों ने इन लोगों के टॉर्चर के कारण आत्महत्या की है. आखिर कब तक ये अपनी मनमानी करते रहेंगे? आखिर जांच क्यों नहीं हुई और क्या आने वाले दिनों में इसी तरह से कई सुशांत मरते रहेंगे? क्या जिसका कोई गॉड फादर नहीं होगा वह इस इंडस्ट्री में नहीं जी सकता? आज ये सवाल हर बिहारी और हर नौजवान का है. इसलिए हम इसकी सीबीआई जांच चाहते हैं. अगर सीबीआई जांच के लिए हमें सड़कों पर उतरना होगा तो उतरेंगे सुप्रीम कोर्ट जाना होगा तो जाएंगे और इस बात के लिए लड़ेंगे."


पीसी में बिहार चुनाव को लेकर बीजेपी-जेडीयू और आरजेडी-कांग्रेस को घेरा
पीसी के दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कहा है कि विपक्ष जल्द से जल्द दलित मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करे. मैं भी चाहता हूं कि दलित और अत्यंत पिछड़ा वर्ग का कोई टैलेंटेड यूथ बिहार का मुख्यमंत्री हो. उन्होंने कहा, "मेरी बीजेपी को सलाह है कि नीतीश कुमार को 15 साल हो गए, उनके टैलेंट को दुनिया ने देख लिया है, उनकी राजनीतिक उम्र भी कम हो गई. तो क्यों नहीं आप तीसरे घटक दल से चिराग पासवान को मुख्यमंत्री पद उम्मीदवार घोषित करते हैं."


इसके साथ ही पप्पू यादव ने राजद सुप्रीमो लालू यादव से भी एक अपील की. उन्होंने कहा, "मेरा लालू यादव से भी आग्रह है कि अगर सही मायने में उन्हें बिहार की चिंता है और अगर हमें बिहार के 15 साल के कुसाशन से बचना है, तो वह और कांग्रेस किसी दलित या अत्यंत पिछड़े प्रतिभाशाली नौजवान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. अगर आप ऐसा करते हैं तो मैं हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ा रहूंगा या बीजेपी भी अगर चिराग पासवान का नाम आगे करती है तो मैं उनके साथ भी खड़ा रहूंगा."