उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ये पुरस्कार प्रदान किए. गौरतलब है कि भाषायी साहित्यिक तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में रचनात्मक भूमिका निभाने एवं विशिष्ट योगदान देने के लिए हिंदी के साहित्यकारों, पत्रकारों, कवियों एवं लेखकों को अकादमी सम्मानित करता है.
दिल्ली के कमानी सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में भाषा का महत्त्व बताते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि भाषा लिपि नहीं है, शब्दावली नहीं है बल्कि व्याकरण और वाक्य संरचना है. उन्होंने कहा कि हिंदी और उर्दू में न जी कर हमें हिन्दुस्तानी में जीना चाहिए. साथ ही उन्होंने पाठ्यक्रम में हिन्दुस्तानी नाम के एक विषय को भी शामिल करने की अपील की, जो तमाम भाषाई अंतर को खत्म करे.
शाजी जमां ने कहा कि आप किसी भी विधा से जुड़े हों, आपका माध्यम ट्वीट हो सकता है लेकिन सोच ट्वीट जितनी छोटी न हो. उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में काम करें उसमें भले ही थोड़ा.- थोड़ा करें, लेकिन गहराई से करें. तथ्य की बारीकी में नहीं जाना और सतही विश्लेषण खतरनाक होता है. समारोह में सम्मानित किए गए अन्य शख्सियतों में कार्टूनिस्ट आबिद सुरती और पत्रकार अभिसार शर्मा भी शामिल हैं.