उल्लेखनीय है कि यह फिल्म 2008 में हुए ऑपरेशन बटला हाउस से प्रेरित है.
डिफेंस परिवार की पृष्ठभूमि से होने के कारण, मृणाल ने इस फिल्म को करने की अपनी खुशी व्यक्त की, ‘'बाटला हाउस करने का एकमात्र कारण मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि है. जब एक पुलिस अधिकारी अपने कर्तव्य के लिए निकलता है, तो वह नहीं जानता कि वह वापस घर नहीं लौटेगा. या नहीं. इस तरह की बहादुरी से गुंडे संभल जाते हैं. इसके अलावा, मेरी भूमिका जो मैं निभा रही हूं, वह केवल एक पत्नी की नहीं है, बल्कि एक पत्रकार की भी है, जिसने मुझे इस भूमिका की ओर अधिक आकर्षित किया.’'
जॉन ने फिल्म के विषय और भूमिका के लिए उनकी तैयारी के बारे में बात की, ‘'बाटला हाउस’ की घटना के बाद राजनेताओं और मानव अधिकार कार्यकर्ताओं के बीच कई बहसें हुईं. लेकिन मेरा काम वास्तविक जीवन चरित्र, यानी संजीव कुमार यादव से मिलना था, क्योंकि उनसे मिलने के बाद ही मैं भूमिका को सही ठहरा सकता था. मैं अपने देश से प्यार करता हूं और इसलिए मैं ऐसे लोगों से प्यार करता हूं जो देश के लिए काम करते हैं. मुझे एक बड़ी कहानी दर्शकों के सामने लाने में खुशी होती है.’'