'JudgeMentall Hai Kya' Critics Review: कंगना रनौत की मचअवेटेड फिल्म 'जजमेंटल है क्या' आज बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो रही है. इस फिल्म को प्रकाश कोवेलामुदी ने निर्देशित किया है. फिल्म अपने नाम को लेकर पहले ही दिन से सुर्खियों में रही और इसे लेकर विवाद भी हुआ. बाद में फिल्म का नाम 'मेंटल है क्या' से बदलकर 'जजमेंटल है क्या' रखा गया. मुंबई और दिल्ली में स्क्रीनिंग के बाद फिल्म का शुरुआती रिव्यू आ चुका है. अगर आप भी कंगना रनौत और राजकुमार राव की जबरदस्त कैमेस्ट्री को देखने के लिए बेताब हैं तो हम आपको यहा बता रहे हैं कि समीक्षकों ने इस फिल्म को कैसा बताया है.


यहां जानें क्रिटिक्स की राय...


Times Of India: कंगना रनौत फिल्म में बतौर बॉबी बेहतरीन लगी हैं. उन्होंने अपने कैरेक्टर के हाव-भाव को बहुत ही अच्छे तरीके से निभाया है. राजकुमार राव इस फिल्म में बॉलीवुड के हीरो की तरह माचो मैन की लग रहे हैं. उनका ये अंदाज उनकी पिछली फिल्मों से बिल्कुल अलग है. फिल्म अंत तक दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब साबित होती है.


Pinkvilla: इस फिल्म के हीरो इसके कैरेक्टर्स हैं. उन्हें जिस कदर लिखा और पर्दे पर उतारा गया है वो कमाल हैं. कंगना रनौत के किरदार बॉबी में कई शेड्स हैं. बॉबी का किरदार खुद से ही लड़ता झगड़ा दिख रहा है. लेकिन इसे कंगना ने पर्दे पर शानदार तरीके से उकेरा है. वहीं, राजकुमार राव की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है. उन्होंने फिल्म में ग्रे कैरेक्टर प्ले किया है लेकिन वो अपने आप में बहुत दमदार है.



Spotboy: दो एक्टर्स ऑन स्क्रीन सबसे अच्छा काम करने के लिए क्या जबरदस्त अंदाज में कॉम्पिटिशन करते नजर आ रहे हैं . लेकिन खास बात ये है कि फिल्म के अंत में आपको दोनों ही विजेता लगेंगे. कंगना और राजकुमार राव ने एक बार अपनी एक्टिंग का लोहा मनावाया है और दर्शकों को हैरान किया है. अमायर दस्तूर और अमृता पुरी ने छोटा लेकिन बेहद अहम किरदार निभाया है.


अजय ब्रह्मात्मज : फिल्म क्रिटिक अजय ब्रह्मात्मज ने भी 'जजमेंटल है क्या' की जमकर तारीफ की है. उन्होंने अपने रिव्यू में कहा कि ये एक अलग प्रकार और अलग कॉन्सेप्ट को लेकर बनाई गई फिल्म है. बॉलीवुड में इस प्रकार की फिल्में कम ही बनती हैं या यूं कहें कि न के बराबर. फिल्म में कंगना रनौत ने जिस कदर अपने किरदार को पकड़ा है वो काबिले तारीफ है. वहीं, राजकुमार राव ने भी फिल्म में अपने माचो अवतार से सबको चौंकाया है. फिल्म के लेखक और निर्देशक दोनों की ही तारीफ बनती है. उन्होंने दर्शकों को एक अलग तरह की दमदार कहानी दी है.