जानें, ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ मामले पर क्या बोले कबीर खान...
मुंबई: प्रकाश झा की ताजा फिल्म के समर्थन में आते हुए फिल्मकार कबीर खान ने कहा कि कुछ लोग इस बात का फैसला नहीं कर सकते कि लोग क्या देखना चाहते हैं और फिल्म देखना व्यक्ति की पसंद है. निर्माता प्रकाश झा और निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव की फिल्म ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ को ‘महिला उन्मुख’ और ‘अभद्र शब्द’ होने के कारण सीबीएफसी ने फिल्म को प्रमाण पत्र देने से मना कर दिया था. खान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘फिल्म देखना स्वैच्छिक कार्य है. इसे किसी पर थोपा नहीं गया है और सीबीएफसी में बैठे दो-तीन लोग मिलकर समूचे समाज के लिए फैसला नहीं कर सकते.’’ खान ने ये बातें कल रात शॉर्ट फिल्म ‘द स्ट्रेंज स्माइल’ की स्क्रीनिंग के दौरान कही. उन्होंने कहा, ‘‘यह विचित्र स्थिति है और यह बार-बार हो रहा है. समस्या तब होती है जब इस तरह की घटनाएं नियमित रूप से होती हैं.’’ ‘बजरंगी भाईजान’ के निर्देशक का मानना है कि फिल्म उद्योग को सीबीएफसी के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए और अपनी राय जाहिर करनी चाहिए. यह पूछे जाने पर कि क्या वह सीबीएफसी के खिलाफ लड़ाई में फिल्म के निर्माताओं का समर्थन करेंगे तो उन्होंने कहा कि वह टीम का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि इंडस्ट्री में हरकोई फिल्म का समर्थन करेगा. अब तक संगठित प्रयास के लिए कोई चर्चा नहीं की गई है. लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो मैं निश्चित तौर पर संगठित प्रयास का हिस्सा बनूंगा.’’ ‘लिपस्टिक अंडर माई बुरका’ विभिन्न फिल्म महोत्सवों में दिखाई गई है और टोक्यो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में स्पिरिट ऑफ एशिया अवार्ड और मुंबई फिल्म महोत्सव में लैंगिक समानता पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म के ओक्सफैम पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. फिल्म में कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर मुख्य भूमिका में हैं.