मुंबई: कादर खान के निधन से हर कोई सदमे में हैं. उनके चाहने वालों को यकीन नहीं हो रहा है कि अब उनके बीच कॉमेडी के बादशाह कादर खान नहीं रहे. कादर खान के गुज़रने से उनके साथ कई फिल्मों में अभिनय करने वाली दिग्गज अभिनेत्री अरुणा ईरानी बेहद दुखी है. कांपती हुई आवाज़ में खुद को संभालते हुए अरुणा ईरानी ने एबीपी न्यूज़ से बात की और कादर खान और अपनी दोस्ती के बारे में कई बातें बताई.


अरुणा ईरानी ने कहा, ''बहुत बहुत बुरा लगा, हम चार शैतानों का ग्रुप था. कादर भाई...शक्ति कपूर...असरानी और मैं, आज मेरा ग्रुप टूट गया. जाना एक दिन सबको है, लेकिन उनके जाने से मैं बहुत दुखी हूं. वो बेहद उम्दा कलाकार थे उतने ही बेहतर इंसान थे. सेट पर हमेशा मुझे अपने साथ रखते थे. मुझे अपनी छोटी बहन की तरह प्यार करते थे. वो काफी लंबे समय से बीमार थे, उनके जाने से उनके शरीर को आराम भी मिला होगा. उनके घर वालों को भगवान दुख सहने की हिम्मत थे.''


कादर खान को भाईजान कह कर बुलाते हुए अरुणा ईरानी ने कहा, ''भाई जान और हम दोनों बहुत गरीब परिवार से आते थे, वो हमेशा अपने और मेरे गरीबी के दिनों के बारे में बात करते थे. वो हमेशा मेरे पुराने दिनों के बारे में बात करते थे. फिर उसे अपनी राइटिंग में भी इस्तेमाल करते थे. पैसे वाला पैसे वाले से दोस्ती करता है, लेकिन हम दोनों एक जैसे ही परिवार से आते थे, इसलिए हमारी दोस्ती अच्छी थी.''


आपको बता दें कि कादर खान और अरुणा ईरानी ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया, जिनमें इंसाफ की आवाज़, राजाजी, तोहफा और शहंशाह जैसी फिल्में शामिल हैं. अरुणा ईरानी और कादर बेहद करीबी दोस्त रहे हैं. अरुणा के मुताबिक कादर उन्हें छोटी बहन की तरह मानते थे.


300 से ज्यादा फिल्मों में किया अभिनय
कादर खान बॉलीवुड में साल 1973 से हैं. उन्होंने फिल्म 'दाग़' से हिंदी सिनेमा में कदम रखा. इस दौरान उन्होंने अपने करियर में हर तरह की फिल्में की. विलेन, कॉमेडियन, गंभीर किरदार से लेकर अंधे तक का रोल उन्होंने बखूबी निभाया. उन्होंने अपने करियर में 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया और कई सुपरहिट फिल्मों के संवाद भी लिखे. खास बात ये है कि अमिताभ बच्चन की सबसे बड़ी हिट्स में शामिल शराबी, लावारिस, मुकद्दर का सिकंदर, अमर अकबर एंथनी, नसीब और सत्ते पे सत्ता जैसी फिल्मों के संवाद भी कादर खान की कलम से ही निकले थे.


अफगानिस्तान में हुआ था जन्म
आपको बता दें कि 22 अक्टूबर 1937 को कादर खान का जन्म अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था. कादर खान ने अपने बचपन में बहुत उतार चढ़ाव देखे थे. कादर खान के पिता ने उन्हें और उनकी मां को छोड़ दिया था और फिर उनकी जिंदगी में उनके सौतेले पिता आए.


इन सब के बीच में कादर खान और उनकी मां को गरीबी और जिंदगी की मुश्किलातों का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई. उन्होंने सिर्फ परदे पर ही नहीं, बल्कि परदे के पीछे भी काम किया है. वो एक बहुत अच्छे लेखक हैं और उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों के संवाद भी लिखे हैं.