मुंबई: दिग्गज अभिनेता और स्क्रीनराइटर कादर खान का निधन हो गया है. कनाडा का एक अस्पताल में उन्होंने 31 दिसंबर को वहां के वक्त के मुताबिक शाम 6 बजे आखिरी सांस ली. वो काफी समय से बीमार थे और पिछले करीब 15-16 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. उनके निधन की खबर से उनके चाहने वाले सदमे में हैं. बॉलीवुड से लेकर राजनीति जगत तक हर कोई इस दुखद खबर से सकते में हैं.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कादर खान के गुज़रने पर अपना दुख व्यक्त किया है. उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “कादर खान जी ने अपने आश्चर्यजनक अभिनय कौशल से स्क्रीन को चमकाया और रोशन कर दिया. उनके अनोखे सेंस ऑफ ह्यूमर के लिए शुक्रिया. वो एक कामयाब स्क्रीनराइटर थे, कई यादगार फिल्मों से जुड़े रहे. उनके चले जाने का दुख है. उनके परिवार और चाहने वालों के प्रति मैं संवेदना प्रकट करता हूं.”


 





पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कादर खान के निधन पर अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है. उन्होंने कादर खान को याद करते हुए लिखा, “अगर आप उन बच्चों में से हैं जो 80 और 90 के दशक में हिंदी फिल्में देखा करते थे तो बहुत उम्मीद है कि आप कादर खान के जादू से वाबस्ता हुए हों. कभी उनसे मुलाकात करने का सौभाग्य तो नहीं मिला लेकिन अगर मैं कभी उनसे मिलती तो ये ज़रूर कहती ‘शक्रिया आप की कॉमेडी के लिए’, शुक्रिया आपके क्राफ्ट के लिए.”


300 से ज्यादा फिल्मों में किया अभिनय
कादर खान बॉलीवुड में साल 1973 से हैं. उन्होंने फिल्म 'दाग़' से हिंदी सिनेमा में कदम रखा. इस दौरान उन्होंने अपने करियर में हर तरह की फिल्में की. विलेन, कॉमेडियन, गंभीर किरदार से लेकर अंधे तक का रोल उन्होंने बखूबी निभाया. उन्होंने अपने करियर में 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया और कई सुपरहिट फिल्मों के संवाद भी लिखे. खास बात ये है कि अमिताभ बच्चन की सबसे बड़ी हिट्स में शामिल शराबी, लावारिस, मुकद्दर का सिकंदर, अमर अकबर एंथनी, नसीब और सत्ते पे सत्ता जैसी फिल्मों के संवाद भी कादर खान की कलम से ही निकले थे.


अफगानिस्तान में हुआ था जन्म
आपको बता दें कि 22 अक्टूबर 1937 को कादर खान का जन्म अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था. कादर खान ने अपने बचपन में बहुत उतार चढ़ाव देखे थे. कादर खान के पिता ने उन्हें और उनकी मां को छोड़ दिया था और फिर उनकी जिंदगी में उनके सौतेले पिता आए.


इन सब के बीच में कादर खान और उनकी मां को गरीबी और जिंदगी की मुश्किलातों का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई. उन्होंने सिर्फ परदे पर ही नहीं, बल्कि परदे के पीछे भी काम किया है. वो एक बहुत अच्छे लेखक हैं और उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों के संवाद भी लिखे हैं.