बर्थडे स्पेशल: 'एक कप कॉफी' ने दिलाई थी कंगना रनौत को बॉलीवुड में एंट्री
23 मार्च 1987 को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक छोटे से गांव भांब्ला में कंगना रनौत की पैदाइश हुई. कंगना की मां एक शिक्षिका हैं और पिता बिजनेसमैन. कंगना की दो बहने हैं और एक छोटा भाई.
नई दिल्ली:हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सैंकड़ों बेहतरीन कलाकारों के बीच अपनी एक खास और अलग पहचान बनाने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत आज 31 साल की हो गई हैं. कंगना रनौत आज बॉलीवुड की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में से हैं जो अपने बलबूते फिल्मों को हिट करवा सकती हैं. कंगना न सिर्फ फिल्मों से बल्कि अपने बयानों और अपने विवादों की वजह से भी अक्सर खबरों की सुर्खियां बनती रहती हैं. कंगना अपने इंटरव्यू वगैरह में जिस तरह से खुद से जुड़े विवादों पर बोलतीं आई हैं, उससे उनकी शख्सियत को पहचानना मुश्किल नहीं.
23 मार्च 1987 को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक छोटे से गांव भांब्ला में कंगना रनौत की पैदाइश हुई. कंगना की मां एक शिक्षिका हैं और पिता बिजनेसमैन. कंगना की दो बहने हैं और एक छोटा भाई. पर्दे पर अपनी अदाकारी से लोगों को हैरत में डाल देने वाली कंगना रनौत स्कूल के दिनों में एक बास्केट बॉल प्लेयर थीं. कंगना ने देहरादून के डीएवी हाइस्कूल से पढ़ाई की है.
पहली ही फिल्म से छा गई थीं कंगना
इन दिनों तरह-तरह के विवादों में घिरी कंगना रनौत ने जब बॉलीवुड में कदम रखा था तो वो रातों रात स्टार बन गईं थीं. साल 2006 में इमरान हाशमी बॉलीवुड में छाए हुए थे. उन्हीं के साथ कंगना की डेब्यू फिल्म ‘गैंगस्टर’ आई. फिल्म में उनकी इंटेंस अदाकारी ने समीक्षकों के साथ-साथ दर्शकों का भी दिल जीत लिया.
सितंबर 2005 में अनुराग बसु ने कंगना को कॉफी पीने के दौरान देखा था और वो वहीं उनसे इंप्रेस हो गए थे. तभी उन्होंने कंगना को ‘गैंगस्टर’ के लिए साइन कर लिया था.
‘गैंगस्टर’ के लिए कंगना को फिल्मफेयर का बेस्ट डेब्यू फिमेल अवॉर्ड मिला. बाद में कंगना ने ‘वो लम्हें’ (2006), ‘लाइफ इन मेट्रो’ (2007), और ‘फैशन’ (2008) जैसी फिल्मों में काम किया, जिसमें उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ हुई. इन फिल्मों ने फिल्म इंडस्ट्री में कंगना को एक अलग ही पहचान दिलाई.
पिछले कुछ सालों में कंगना ने लीक से हटकर फिल्में करनी शुरू की जो क्रिटिकली भी सराही गईं और बॉक्स ऑफिस पर भी उन फिल्में ने जमकर कमाई की. साल 2011 में आई फिल्म ‘तनु वेड्स मनु’ उनके करियर की एक और गेम चेंजर फिल्म साबित हुई. उसके बाद साल 2013 में ‘क्वीन’ और ‘क्रिश 3’, 2015 में ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ और 2017 में ‘सिमरन’ जैसी फिल्मों ने कंगना को बॉलीवुड में उस मुकाम पर पहुंचा दिया जिसका ख्वाब हर अभिनेत्री देखती है.
कंगना उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में से हैं, जिन्होंने सिर्फ 22 साल की उम्र में ही नेशनल अवॉर्ड अपने नाम कर लिया था. कंगना को साल 2008 में ‘फैशन’ के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का खिताब मिला था.
जितना नाम हुआ, उतना बदनाम भी हुईं कंगना
कंगना रनौत कई बातों की वजह से विवादों में रहीं, लेकिन बॉलीवुड में उनके अफेयर के चर्चे सबसे ज्यादा हुए. उनका नाम आदित्य पंचोली के साथ जुड़ा. बाद में कंगना ने आदित्य पर प्रताड़ना का इल्जाम लगाकर केस भी दर्ज करवाया. उनके अलावा शेखर सुमन के बेटे अध्ययन सुमन के साथ भी कंगना रिश्ते में रहीं. लेकिन उनसे भी उनका अलगाव हो गया. अध्ययन सुमन के घरवालों ने तो कंगना पर काला जादू करने तक का आरोप लगाया था.
कंगना और ऋतिक रोशन के अफेयर की खबरों ने भी आज तक लोगों का पीछा नहीं छाड़ा. आज भी ऋतिक और कंगना के बीच का विवाद गाहे बगाहे सामने आ ही जाता है. इन दोनों के बीच का विवाद तब शुरू हुआ था जब कंगना ने एक शो में ऋतिक को अपना सिली एक्स कह दिया था. लेकिन ऋतिक ने कंगना के सभी इल्जामों को झूठा बताया और रिश्ते की बात को झूठ करार दिया था. बाद में कंगना ने ऋतिक के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया था जिसकी जांच अब भी जारी है.
कंगना रनौत फिलहाल ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ और ‘मेंटल है क्या’ जैसी फिल्मों में काम कर रही हैं. ये दोनों ही फिल्में एक दूसरे से बिल्कुल अलग होंगी.
नेपोटिज्म के खिलाफ की आवाज़ बुलंद
कंगना अपने बोल्ड और बेबाक बयानों के लिए ही जानी जाती हैं. वो अपने फैसलों और अपनी राय से लोगों को हमेशा चौंकाती रहती हैं. कंगना रनौत ने करण जौहर के शो ‘कॉफी विद करण’ में बॉलीवुड में नेपोटिज्म यानि परिवारवाद को लेकर खुलकर अपनी राय जाहिर की. कंगना ने करण जौहर को नेपोटिज्म का सबसे बड़ा समर्थक बता दिया.
तीन नेशनल अवॉर्ड, 4 फिल्मफेयर अवॉर्ड और सिर्फ 30 फिल्में…
12 साल के करियर में कंगना रनौत ने हिंदी और तेलुगू मिलाकर अभी तक कुल 30 फिल्में ही की हैं. लेकिन इतने छोटे करियर में उन्होंने तीन नेशनल अवॉर्ड, चार फिल्मफेयर अवॉर्ड समेत कई बड़े खिताब अपने नाम कर लिए हैं.