कंगना रनौत ने दी जन्माष्टमी की शुभकामनाएं, बताया 'उन जैसी बुद्धिमान कैसे बनी एक भक्त?'
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी अपने फैंस को इस खास पर्व की शुभकामनाएं दी हैं. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि कैसे वो कृष्ण भक्ति में लीन हो गईं. साथ ही उन्होंने फैंस को द्वारकाधीश के दर्शनों के अपने अनुभव भी बताए.
![कंगना रनौत ने दी जन्माष्टमी की शुभकामनाएं, बताया 'उन जैसी बुद्धिमान कैसे बनी एक भक्त?' Kangana Ranaut how can an intellectual like me be a Bhakt कंगना रनौत ने दी जन्माष्टमी की शुभकामनाएं, बताया 'उन जैसी बुद्धिमान कैसे बनी एक भक्त?'](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/08/12163355/kangana.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
आज पूरा देश कृष्णजन्माष्टमी मना रहा है और भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव मना रहा है. इसी बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी अपने फैंस को इस खास पर्व की शुभकामनाएं दी हैं. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि कैसे वो कृष्ण भक्ति में लीन हो गईं. साथ ही उन्होंने फैंस को द्वारकाधीश के दर्शनों के अपने अनुभव भी बताए.
कंगना ने कहा, ''इस धरती पर मैंने जितने भी स्थान घूमें हैं उनमें द्वारका सबसे खास है. जबकि ये तो कोई बहुत बड़ी जगह भी नहीं है, बस एक छोटा सा क्लस्टर है. मेरे लिए कृष्ण की सबसे खास उनका महिलाओं से रिश्ता है, सिर्फ राधा से नहीं बल्कि गोपियों से उनकी मां और द्रौपदी से जो कि महाभारत का एक अभिन्न अंग रही हैं.''
कंगना ने एक आगे कहा, ''लोग कहते हैं कि मेरे जैसी बुद्धिमान भक्त कैसे बन गई? जब मैं ये समझी कि हमारे ब्रह्मांड के अलावा भी कई और ब्रह्मांड हैं तो मैंने तय कर लिया मैं बस एक फैन या भक्त की तरह इस मैजिक का सम्मान करूंगी.''
They say how can an intellectual like me be a Bhakt?When I understood there are more galaxies in this universe than the amount of atoms on this planet,I decided I can only be a Fan/Devotee/Bhakt of this magic,every other belief is dellusion/ arrogance-KR #KrishnaJanmashtami2020 pic.twitter.com/mQ8UfkzLyy
— Team Kangana Ranaut (@KanganaTeam) August 11, 2020
जन्माष्टमी को लेकर क्या है प्रथा
भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्मोपलक्ष्य में जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है. विद्वानों के अनुसार वैष्णवों द्वारा परम्परानुसार भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि में सूर्यादय होने के अनुसार ही जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है, लेकिन नन्दगांव में इसके उलट श्रावण मास की पूर्णमासी के दिन से आठवें दिन ही जन्माष्टमी मनाने की प्रथा चली आ रही है. मथुरा के ठाकुर द्वारिकाधीश मंदिर, वृन्दावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भी कृष्ण जन्माष्टमी पर्व आज ही मनाया जाएगा.
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