उन्होंने कहा, "उनकी जिंदगी के बारे में जो चीजें अज्ञात हैं, वह यह है कि उन्होंने गोद लेने व महिला सशक्तिकरण जैसी आज के समय में स्वीकार्य कई चीजों के लिए लड़ाई लड़ी. वह पूर्ण रूप से छुआछूत के खिलाफ थीं और कभी भी जाति व्यवस्था में विश्वास नहीं रखती थीं. वह ब्राह्मण थीं, जो क्षत्रियों की तरह लड़ती थीं. उन्होंने बरगद प्रथा, पर्दा प्रथा, जाति व्यवस्था और छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ी. उन्होंने इन सभी चीजों से निरंतर लड़ाई लड़ी और इन पर विजय प्राप्त की."
उन्होंने कहा, "वह एक दूरद्रष्टा थीं और मैं उनके कारण आजादी का मूल्य अधिक समझती हूं." राधाकृष्ण जगरलामुदी द्वारा निर्देशित 'मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ झांसी' अगले साल 25 जनवरी को रिलीज होगी. फिल्म में रानी लक्ष्मीबाई की जिंदगी को चित्रित किया गया है. कंगना उनकी जिंदगी को पर्दे पर साकार करती दिखाई देंगी.