कंगना की फिल्म इस गणतंत्र दिवस वीकेंड पर रिलीज हो रही है, जिसका बॉक्स ऑफिस पर सामना दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे की जीवनी पर आधारित फिल्म 'ठाकरे' से होगा.
पहले ‘मणिकर्णिका’, ‘ठाकरे’ और ‘व्हाय चीट इंडिया’ 25 जनवरी को सिनेमा घरों में रिलीज होने वाली थी. बाद में इमरान हाशमी अभिनीत ‘व्हाय चीट इंडिया’ की रिलीज की तारीख बदलकर 18 जनवरी कर दी गई.
यह पूछे जाने पर कि शिवसेना के दिवंगत संस्थापक बाल ठाकरे के जीवन पर आधारित फिल्म के साथ मणिकर्णिका के प्रदर्शित होने के कारण क्या किसी प्रकार का दबाव है, कंगना ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी ने भी इस तरह की कोई बात नहीं कही है. ना तो किसी ने फिल्म के प्रदर्शन की तारीख बदलने को कहा और ना ही हम पर किसी अन्य तरह का दबाव है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘किसी ने भी हमसे इस बात के लिए संपर्क नहीं किया. ऐसे में हम बहुत खुश हैं कि हमें अच्छा मौका मिलेगा क्योंकि उस समय छुट्टी है.’’ कंगना ने कृष के साथ मिल कर ‘मणिकर्णिका’ फिल्म का सह-निर्देशन किया है.
देश भक्ति को न समझें सुविधा
'मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ झांसी' के लिए गीत लिख चुके गीतकार प्रसून जोशी का कहना है कि लोगों को देश के प्रति अपने प्रेम को खुलकर व्यक्त करना चाहिए और देशभक्ति को अपनी 'सुविधा' नहीं बनाना चाहिए. वहीं फिल्म निर्देशकों में से एक और मुख्य अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा, "'छाती थपथपाना', 'राष्ट्रवाद', 'भाषावाद' जैसे शब्दों का उपयोग नकारात्मक तरीके से किया जाता है और लोगों को देशभक्ति जोर से और खुले मन से करनी चाहिए."
प्रसून ने कहा, "देशभक्ति को अपनी सुविधा मत बनाइए, जहां तक आप इसके बारे में जानते हैं, आप इसे लेकर ईमानदार हैं, इसे ज्यादा सुविधाजनक मत बनाइए. अगर आप अपनी सुविधा के पीछे छिपे हैं, तो मुझे निश्चित रूप से समस्या है." उन्होंने कहा, "हां, लोग अपने तरीके से देश के लिए अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं, लेकिन लोगों को देश के लिए अपने प्यार का इजहार करना चाहिए."