मुम्बई : इंडियन साइकियाट्रिक एसोसिएशन द्वारा आपत्ति किए जाने के बाद कंगना रनौत और राजकुमार राव स्टारर फिल्म 'मेंटल है क्या' का नाम बदलकर 'जजमेंटल है क्या' रखना पड़ा. लेकिन इस फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान खुद कंगना रनौत ने बताया कि इस फिल्म का ओरिजनल टाइटल 'बॉबी' रखा गया था. उल्लेखनीय है इस फिल्म में दिमागी समस्या से गुजरनेवाली लड़की का रोल कर रही कंगना का फिल्म में नाम 'बॉबी' है. बहरहाल, कंगना ने फिल्म का नाम 'मेंटल है क्या' से बदलकर 'जजमेंटल है क्या' किए जाने पर अपनी नाखुशी जाहिर की.


कंगना ने इस मसले पर कहा, "सलमान खान की फिल्म 'किक' की साउथ में बनाई गई ओरिजनल फिल्म का नाम 'मेंटल' था, मगर हमें ये बताया गया कि पिछले कुछ हफ्तों से ही इस शब्द पर बैन लगा है. सेंसर बोर्ड ने हमारा खूब सहयोग दिया, लेकिन डॉक्टर्स कह रहे थे कि आप हमारे साथ कोर्ट में लड़ लीजिए और हम कोर्ट में ये साबित कर देंगे कि पिछले कुछ हफ्तों से ये शब्द बैन किया जा चुका है. ऐसे में आपके पास ज्यादा विकल्प नहीं बचते हैं. हमारी फिल्म को 'यू/ए' सर्टिफिकेट मिला, जबकि सेंसर स्क्रीनिंग में डॉक्टर्स का पूरा पैनल बैठा हुआ था. फिल्म देखने के बाद उन सभी ने भारी मन से कहा कि आप लोगों ने इतनी अच्छी फिल्म बनाई है कि हमें इसमें कुछ भी (आपत्तिजनक) नहीं मिला. हमें हमारी नीयत पर पूरा विश्वास है और मुझे नहीं लगता है कि टाइटल बदल देने से हमें ज्यादा फर्क पड़ता है."


कंगना ने बताया कि इस फिल्म में दिमागी बीमारी को दिखाकर उसका कोई समाधान दिखाने या कोई सुझाव देने की कोशिश नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि फिल्म की पूरी कहानी दिमागी बीमारी पर केंद्रित नहीं है और फिल्म में उनका किरदार कुछ ऐसा है कि वो खुद से भी कोई हमदर्दी नहीं रखती हैं.





कंगना ने कहा 'जजमेंटल है क्या' की कहानी और उनकी निजी जिंदगी में एक तरह की समानता है. उन्होंने कहा, "मेरी ज़िंदगी में एक फेज आया था जब मुझे खुलेआम ये कहकर शर्मिंदा करने की कोशिश की गई थी कि मुझे मेंटल प्रॉब्लम है, मैं मेडिकेशन पर हूं और तभी इस तरह के दावे कर रही हूं. उसका मैंने ये कहकर जवाब दिया था कि तो क्या? वैसे मैं किसी मेडिकेशन पर नहीं थी. अगर मेडिकेशन पर भी होती तो मुझे नहीं लगता कि मुझे इस बात को लेकर कोई शर्मिंदगी होती."


कंगना ने आगे कहा, "इस रोल को सुनकर मुझे‌ लगा कि जैसे ये मेरी ही कहानी है. अगर 2016-17 का फेज (रितिक का नाम लिए बगैर उनके साथ हुए विवाद की तरफ इशारा करते हुए) मेरी जिंदगी में‌ नहीं आया होता, तो मुझे नहीं इस बात का एहसास नहीं होता कि मेंटल प्रॉब्लम भी एक इश्यू है. ये जो मेरी जिंदगी में फेज आया, मैंने अपने रोल को इससे काफी रिलेट किया. खैर, न मुझे‌ ये किसी तरह का कॉम्प्लिमेंट लगता है और न ही किसी तरह की शर्मिंदगी का एहसास कराता है." आई एम ओके अगर लोग मुझे 'झांसी की रानी' मानते हैं, 'मेंटल‌' मानते हैं या फिर 'तन्नू वेड्स मनु' की दत्तो या किसी अन्य फिल्म का कोई किरदार मानते हैं."


जब कंगना से पूछा गया कि क्या आनेवाले वक्त में वो फिल्म इंडस्ट्री के और भी लोगों को एक्सोज करेंगी, तो उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं है कि मैं किसी को एक्सोज करती हूं. लोग हंसी-मजाक में खुद ही एक्सोज हो जाते हैं. मैं सिर्फ कॉमन सेंस की बात करती रहती हूं और वो सब एक्सपोज होते रहते हैं. तो मुझे नहीं लगता है कि मुझे कुछ भी करने की जरूरत है. मैं अपने दुश्मनों से कहती हूं कि उन्हें मेरी क्या जरूरत है? वो खुद ही अपने को एक्सपोज करने में लग पड़े हैं. मुझे नहीं लगता है मुझे कुछ भी करने की जरूरत है."





उल्लेखनीय है 'जजमेंटल है क्या' के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर फिल्म की लेखिका कनिका ढिल्लन और फिल्म के निर्देशक प्रकाश कोवेलामुदी भी मौजूद थे, जबकि दिल्ली में फंसे होने की वजह से ट्रेलर लॉन्च पर नहीं पहुंच सके फिल्म‌ के हीरो राजकुमार राव ने‌ एक वीडियो संदेश बनाकर भेजा. फिल्म 26 जुलाई को देशभर में रिलीज होगी.