कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ डायरेक्शन को लेकर विवादों में है. इस फिल्म के डायरेक्टर राधाकृष्ण जगर्लामुदी (कृष) हैं. साथ ही डायरेक्शन का क्रेडिट कंगना रनौत ने भी लिया है. कृष ने अनबन के चलते फिल्म छोड़ दी. तभी से उनके और कंगना रनौत के बीच चल रहे कोल्ड वार की खबरें थीं. फिल्म की रिलीज के बाद कृष ने अपनी पक्ष रखा. कृष ने कहा कि उन्होंने जो 'मणिकर्णिका' फिल्माई थी वो शुद्ध सोने जैसा था और कंगना ने इसे चांदी में बदल दिया अब कंगना की बहन रंगोली ने उन्हें जवाब देते हुए फिल्म को बर्बाद करने का आरोप लगाया है. रंगोली ने ये भी बताया है कि मेकर्स कृष को क्रेडिट नहीं देता चाहते थे जबकि इसके लिए कंगना रनौत ने खुद स्टैंड लिया.
रंगोली ने आज ट्विटर पर लिखा, ''उन्होंने फिल्म को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सभी DOP को अलग कर दिया. पहले टीम में काम कर चुके किसी भी असिटेंट को कंगना के साथ काम नहीं करने दिया. टीम में उन्होंने किसी को सपोर्ट नहीं किया और अब कह रहे हैं कि मणिकर्णिका उनके बच्चे की तरह है.''
उन्होंने आगे लिखा, ''उन्होंने कभी किसी का फोन नहीं उठाया. कंगना ने उन्हें को-डायरेक्टर का क्रेडिट दिया है वो उन्हें फिल्म का फाइनल कट भी दिखाना चाहती थी लेकिन वो कभी नहीं आए. अब जब फिल्म हिट हो गई तो ये सामने आए हैं. ये बहुत ही कैलकुलेटिव स्टेप है. कितने मौकापरस्त हैं आप?''
रंगोली ने बताया है कि कंगना को लेकर जिस तरह की बातें की जा रही हैं उससे वो बहुत परेशान है. कंगना जर्मनी में हैं और वहां से उन्होंने रंगोली को एक स्क्रीन शॉट भी भेजा है. ये स्कीन शॉट रंगोली ने ट्वीट किया है. ये कंगना की तरफ से कृष को भेजा गया मैसेज में है. इस मैसेज में कंगना ने कृष से रिक्वेस्ट की है कि वो कुछ भी आरोप लगाने से पहले फिल्म देख लें.
रंगोली ने बताया है कि कंगना ने कृष को क्रेडिट देने के लिए मेकर्स से अनुरोध किया. कंगना ने इसके लिए फिल्म के राइटर विजयेंद्र प्रसाद के साथ मैसेज पर हुई बातचीत को भी शेयर किया है.
आपको बता दें कि इस फिल्म में कंगना रनौत ने झांसी की रानी लक्ष्मी बाई का किरदार निभाया है. फिल्म में उनके रोल को खूब तारीफें मिल रही हैं. फिल्म में कंगना के अलावा अंकिता लोखंडे, डैनी डेंग्जोंगपा और सुरेश ओबेरॉय जैसे कलाकार भी अहम रोल में हैं. फिल्म ने पांच दिनों में 52 करोड़ की कमाई कर ली है.
कृष ने क्या कहा था
हाल ही में यह पूछे जाने पर कि 'मणिकर्णिका' का आपने कितना निर्देशन किया है, इसे लेकर कई अटकलें हैं तो कृष ने कहा, "आपका मतलब पर्दे पर देख रहे हैं क्या उससे है? मैंने फिल्म देखी है. मैं कहूंगा कि यह 70 फीसदी मेरी है. मैंने रिलीज होने तक चुप्पी साधे रखी. मुझे फिल्म के लिए और पूरी टीम के लिए जिन्होंने कड़ी मेहनत की उनकी खातिर चुप रहना पड़ा. लेकिन, अगर अब मैंने इस बारे में नहीं बोला कि कंगना ने फिल्म के साथ क्या किया तो मैं अपनी सारी मेहनत पर पानी फेर दूंगा. कई लोगों ने मुझे सलाह दी कि फिल्म को मेरे हाथ से लिए जाने के बाद मुझे बोलना चाहिए. मैं कहूंगा कि मैंने जो निर्देशन किया था, वह शुद्ध सोने जैसा था. कंगना ने इसे चांदी में बदल दिया." यहां पढ़ें विस्तार से