पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को नेस्तनाबूद करने की वकालत कर चुकीं अभिनेत्री कंगना रनौत ने सुझाव दिया है कि भविष्य में भारतीय फिल्में वहां रिलीज नहीं की जाएं. पुलवामा हमले के बाद अपने विवादास्पद बयान को लेकर आलोचना से घिर गयीं अभिनेत्री ने यह भी संकेत दिया कि पाकिस्तान में भारतीय फिल्में रिलीज करना ‘महत्वपूर्ण’ नहीं है.


कंगना की फिल्म ‘मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ झांसी’ 25 जनवरी को ही पाकिस्तानी थियेटरों में भी रिलीज हुई थी. उसी दिन यह फिल्म भारत में रिलीज हुई थी.  पड़ोसी देश में इस फिल्म के रिलीज होने के संबंध में रविवार को पूछे जाने पर कंगना ने कहा, ‘‘जब कोई फिल्म वितरित कर दी जाती है तब उनके पास डिजिटल प्रति होती है. आप भावी रिलीज को रोक सकते हैं.’’

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उन्होंने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायुसेना के हमले का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘उन्हें वापस लेने के लिए हमें सेना भेजना होगा जो हमने वायुमार्ग से भेजा था. लेकिन वे मेरा डीसीपी लेकर नहीं आये.’’

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कंगना ने अभिनेत्री शबाना आजमी और गीतकार जावेद अख्तर पर भी प्रहार किया था, जिन्होंने कैफी आजमी को श्रद्धांजलि से जुड़़े एक कार्यक्रम के लिए अपनी पाकिस्तान यात्रा रद्द कर दी थी. कंगना ने पहले तो इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर ही सवाल दागा था, जब उरी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों पर पाबंदी लग गयी थी.