बॉलीवुड 'क्वीन' कंगना रनौत, जो वर्तमान में तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के जीवन पर आधारित अपनी आगामी बायोपिक 'जया' के लिए तैयारी में जुटी हैं, उनका कहना है कि पहली बार उनके स्वरूप में ऐसा बदलाव होगा कि दर्शक उनके चेहरे को पहचान नहीं पाएंगे. मंगलवार को गणेश पूजा पंडाल पर मीडिया से मुखातिब होने के दौरान कंगना ने यह खुलासा किया. उनके साथ उनकी बहन रंगोली भी थी.


कंगना ने कहा, "मेरे ख्याल से जयललिता के किरदार को पर्दे पर निभाना बेहतरीन एहसास होगा. और पहली बार मैं अपने रूप को परिवर्तित करने जा रही हूं. और यह पहली बार होगा जब मुझे स्क्रीन पर अपना चेहरा नहीं दिखेगा. इसके अलावा, जो लोग कनेक्ट करेंगे वे मेरे चेहरे से कनेक्ट नहीं कर पाएंगे. मेरे लिए, यह बहुत अच्छी बात है और मेरा मानना है कि एक कलाकार के रूप में मुझे बहुत नि: स्वार्थ होना चाहिए."



फिल्म को लेकर ऐलान किए जाने के दौरान ही कंगना ने कहा था कि उन्हें लगता है कि उनकी कहानी जयललिता से मिलती है. उस दौरान कंगना ने कहा था कि उन्हें भी जिंदगी में कुछ भी आसानी से नहीं मिला. उन्होंने कहा था "मैं अपनी बायोपिक पर काम कर रही थी, लेकिन उनकी (जयललिता) कहानी मेरी कहानी से काफी मिलती-जुलती है. वास्तव में, सफलता के मामले में उनकी कहानी मेरे से बड़ी है."


साथ ही रीजनल सिनेमा में काम करने को लेकर उन्होंने कहा था कि वो हमेशा से ही क्षेत्रीय फिल्मों में काम करना चाहती थी. उन्होंने कहा, ''जब हम तमिलनाडु या आंध्र प्रदेश जाते हैं, तो हमें एहसास होता है कि वहां के लोग केवल अपने स्थानीय फिल्म उद्योग द्वारा बनाई गई फिल्में देखते हैं. इसलिए देश का वो हिस्सा थोड़ा अलग है. मैं वहां पर काम करने के लिए एक अच्छे अवसर की प्रतीक्षा कर रही थी और फिर यह फिल्म मेरे काम आई.'' तमिल में 'थलाइवा' और हिंदी में 'जया' नाम से बन रही इस बायोपिक का निर्देशन एएल विजय कर रहे हैं.