बीएमसी द्वारा कंगना रनौत का ऑफिस तोड़े जाने के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होगी. गौरतलब है कि नौ सितंबर को बीएमसी ने पाली हिल इलाके में कंगना के बंगले का एक हिस्सा गिरा दिया था. रनौत ने अपनी याचिका में अदालत से बंगले का हिस्सा गिराए जाने को ''अवैध'' करार देने की अपील करते हुए बीएमसी तथा उसके अधिकारियों से दो करोड़ रुपये हर्जाना मांगा है. हाईकोर्ट ने इस मामले में 25 सितंबर को सुनवाई करेगी. इस सुनवाई के लिए कंगना रनौत ने हाईकोर्ट के जजों के प्रति आभार जताया है.
कंगना रनौत ने ट्वीट किया, "हाईकोर्ट के माननीय जज, मेरे आंखों में आंसू गए हैं. मुंबई की बरसात में वास्तव में मेरा घर बिखर रहा है. मेरे टूटे हुए घर में के बारे आपने सहानुभूति के साथ सोचा. यह मेरे लिए महत्वपूर्ण है. आपने मुझे जो दिया उससे मुझे अच्छा लगा.''
इससे पहले कंगना रनौत ने भिवंडी में इमारत ढहने की घटना को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, "उद्धव ठाकरे, संजय राउत, बीएमसी जब मेरा घर गैरकानूनी तरीके से तोड़ रहे थे, उस वक्त उतना ध्यान इस बिल्डिंग पर दिया होता तो आज यह लगभग पचास लोग जीवित होते, इतने जवान तो पुलवामा में पाकिस्तान में नहीं मरवाए जितने मासूमों को आपकी लापरवाही मार गयी, भगवान जाने क्या होगा मुंबई का."
बता दें कि महाराष्ट्र के भिवंडी में तीन मंजिला इमारत ढहने में मरने वालों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 41 हो गई. 43 वर्ष पुरानी जिलानी बिल्डिंग सोमवार तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर ढह गई थी. इमारत में 40 फ्लैट थे और करीब 150 लोग यहां रहते थे.
इससे पहले हाईकोर्ट ने मंगलवार को रनौत को इस मामले में बीएमसी के खिलाफ दायर याचिका में शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता राउत को एक पक्ष बनाने की अनुमति दे दी थी. शिवसेना सांसद संजय राउत ने दायर याचिका में उन्हें पक्ष बनाए जाने को बुधवार को हास्यास्पद करार दिया है.
कंगना की याचिका पर संजय राउत ने कहा- मेरे खिलाफ अदालत में मामले कोई नई बात नहीं