बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और उनका इलाज लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में चल रहा है. हालांकि उनके इलाज और हाल ही में आईं उनकी मेडिकल रिपोर्ट्स से उनका परिवार खासा खुश नजर नहीं आ रहा है. कनिका कपूर के परिवार वालों ने अब उन जांच के नतीजों पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है, जिनमें उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.


मीडिया से बात करते हुए नाम न बताने की शर्त पर उनके परिवार के एक सदस्य ने कहा कि रिपोर्ट में कनिका की उम्र 28 बताई गई है, जबकि वह 41 की हैं. रिपोर्ट कहती है कि वह पुरूष हैं. उनका परिवार यह भी जानना चाहता है कि कनिका की मेडिकल चेकअप के नतीजे मीडिया में क्यों आए और इसके बाद यह सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए.


परिवार के इस सदस्य ने कहा, "कोरोनावायरस के अन्य मरीजों की पहचान छिपाई गई, लेकिन कनिका के साथ ऐसा नहीं हुआ. जनता द्वारा हमारी आलोचना की गई और हमें ट्रोल किया गया और सरकार इन सबके लिए जिम्मेदार है."


उनके परिवार के इस सदस्य ने उस अस्पताल द्वारा जारी किए बयान पर भी सवाल उठाया, जहां कनिका को एडमिट किया गया था. उन्होंने कहा, "अस्पताल कभी भी इस तरह के बयान जारी नहीं करता, जैसा कि इन्होंने किया है. ऐसा लगता है कि यह सबकुछ हमें नीचा दिखाने के लिए ही किया गया है."


अस्पताल ने भी लगाए आरोप


एसजी-पीजीआई ने एक प्रेस रिलीज़ जारी कर आरोप लगाया है कि कनिका कपूर इलाज में सहयोग नहीं कर रही हैं. पीजीआई ने कहा है कि कनिका मरीज़ नहीं बल्कि स्टार जैसा व्यवहार कर रही हैं. ऐसा तब है जब कनिका को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं.


पीजीआई डायरेक्टर डॉ.आरके धीमान की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि बालीवुड सिंगर के नखरे से पीजीआई परेशान है. रिलीज़ में बताया गया है कि कनिका को अस्पताल में अटैच्ड टॉयलेट वाला कमरा दिया गया है. इस कमरे में एयर कंडीशनर के साथ-साथ टीवी और एयर हैंडलिंग यूनिट लगाया गया है.