मुंबई: 70 साल पहले राजकपूर द्वारा मुम्बई के चेम्बूर इलाके में स्थापित किये गये आर. के. स्टूडियोज़ का नामो-निशान अब हमेशा के लिए मिट जायेगा. राजकपूर के तीनों बेटे रणधीर कपूर, रिषी कपूर, राजीव कपूर और परिवार के बाक़ी सदस्यों ने मिलकर इस आइकॉनिक स्टूडियो को बेचने का फ़ैसला कर लिया है. इसे बेचने को लेकर बिल्डर्स और डेवलपर्स से बातचीत भी चल रही है. इस ख़बर के आने के बाद राजकपूर के तमाम फ़ैन्स और सिने-प्रेमियों में एक तरह की उदासी छा गई.


सात दशक तक हिंदी सिनेमा के उतार-चढ़ाव का गवाह रहे आर. के. स्टूडियोज़ को बेचने के इस फ़ैसले को 'छाती पर पत्थर रखकर लिया गया फ़ैसला' बताने वाले रिषी कपूर से जब एबीपी न्यूज़ ने संपर्क किया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.


मगर जब एबीपी न्यूज़ ने रिषी कपूर के बड़े भाई रणधीर कपूर से संपर्क किया तो उन्होंने इस ख़बर की पुष्टि की और संक्षेप में बात करते हुए कहा, "पिछले साल आग लगने से हुए भारी नुकसान के बाद आर. के. स्टूडियोज़ का पुनर्निमाण करना हमारे लिए आर्थिक रूप से संभव नहीं रहा."


रणधीर कपूर ने आगे कहा, "पिछले साल सितंबर में लगी आग में राज कपूर की फिल्मों से जुड़ी यादों के साथ ही सबकुछ जलकर स्वाहा हो गया था. हमने बहुत कोशिश की कि एक बार फिर से आर. के. स्टूडियोज़ को खड़ा किया जाए, मगर तमाम सरकारी शर्तों और तमाम तरह की बंदिशों के चलते अब हमारे लिए ये आर्थिक रूप से संभव नहीं है."


पिछले साल 16 सितंबर को आर. के. स्टूडियोज़ में लगे सोनी टीवी के रिएलिटी शो 'सुपर डांसर' के सेट पर भयंकर आग लगी थी, जिसमें स्टूडियो का एक फ्लोर पूरी तरह से जलकर खाक हो गया था और पूरे स्टूडियो को भारी नुकसान हुआ था. आर. के. स्टूडियोज़ द्वारा प्रोड्यूस की गईं तमाम फिल्मों में इस्तेमाल की गईं और एक याद के तौर पर सालों तक सहेज कर रखी गईं सभी चीजें भी इसमें जलकर खाक हो गई थीं.


जब एबीपी न्यूज़ ने रणधीर कपूर को याद दिलाया कि कपूर परिवार आग लगने के बाद प्रॉपर्टी को कमर्शियली डेवलप करने‌ के साथ-साथ आर. के. स्टूडियोज़ को एक स्टेट ऑफ़ द आर्ट स्टूडियो के रूप में तब्दील करने के बारे में विचार कर रहा था, तो रणधीर कपूर ने अपनी बात को दोहराते हुए कहा, "आज की तारीख़ में स्टूडियो का निर्माण हमारे लिए कमर्शियल तौर पर व्यवहारिक नहीं है."