मुंबई: 24 फरवरी 2018 को महज 54 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाली हिंदी और दक्षिण भारतीय फिल्मों की सबसे मशहूर अभिनेत्रियों में से एक श्रीदेवी के फिल्मी करियर और उनकी जिंदगी के विभिन्न पहलुओं पर आधारित पुस्तक 'श्रीदेवी : द ईटर्नल स्क्रीन गॉडेस' का रविवार को विमोचन किया गया.


गौरतलब है कि इस किताब का विमोचन खुद को श्रीदेवी का सबसे बड़ा फैन कहने वाले जाने-माने फिल्मकार करण जौहर के हाथों हुआ. इस किताब को लिखा है सत्यार्थ नायक ने, जो खुद भी करण जौहर और लेखक/स्तंभकार अनिल धारकर के साथ इस विमोचन के मौके पर मौजूद थे. उल्लेखनीय है कि इस फिल्म की प्रस्तावना अभिनेत्री काजोल ने लिखी है.


करण जौहर ने इस खास मौके पर बताया कि कैसे वो बचपन से श्रीदेवी के बहुत बड़े फैन हुआ करते थे और कैसे वो श्रीदेवी के मशहूर फिल्मी गानों पर नाचा करते थे. करण ने बताया कि साउथ बॉम्बे (जहां 80 के दशक तक लोगों में हिंदी फिल्में देखने का शगल नहीं था) में पले-बढ़े होने के बावजूद बचपन से ही वे हिंदी व श्रीदेवी की फिल्मों खूब देखा करते थे और इस तरह से सिनेमा के प्रति उनकी दीवानगी में श्रीदेवी की बड़ी भूमिका रही है.


जब अनिल धारकर ने करण जौहर से श्रीदेवी को किसी फिल्म में डायरेक्ट करने के काल्पनिक मौके की बात की, तो करण जौहर ने कहा, "मैंने कभी भी इसकी कल्पना नहीं की... मेरा बचपन उन्हें चाहने, देखने और करीब से महसूस करने में इस कदर समर्पित था कि मैं उन्हें निर्देशित करते वक्त मैं पूरी तरह से अपनी वस्तुनिष्ठता खो बैठता."


करण ने आगे कहा, "मैं उन्हें शायद इस कदर कुछ ज्यादा करने के लिए दे देता, जो उनके किरदार की आवश्यकता से कहीं अधिक होता और नतीजे के तौर पर शायद इसका फिल्म पर काफी बुरा असर होता. मैं इस बात को लेकर कतई आश्वस्त नहीं रहा कि मैं उनके लिए एक बढ़िया निर्देशित साबित होता क्योंकि मैं उनका बहुत बड़ा फैन रहा हूं. मुझे लगता है कि निर्देशक को कहीं न कहीं वस्तुनिष्ठ होने की जरूरत होती है. मुझे इस बात की खुशी है कि मुझे कभी भी श्रीदेवी को डायरेक्ट करने का मौका नहीं मिला, वर्ना वो फिल्म यकीनन एक नाकाम फिल्म साबित होती, जिसे वो कतई डिजर्व नहीं करती थीं."


करण ने बताया कि वे श्रीदेवी के सिनेमाई व्यक्तित्व से वे हमेशा से ही अभिभूत रहे थे और एक निर्माता के तौर पर जब फिल्म 'कलंक' में श्रीदेवी के साथ काम करने का मौका आया, तो फिल्म से जुड़ी सारी तैयारियां हो जाने के बाद महज चंद महीने पहले ही श्रीदेवी चल बसीं. करण ने बताया कि अप्रैल, 2018 में 'कलंक' की शूटिंग शुरू होनी थी और श्रीदेवी का दो महीने पहले यानि फरवरी महीने में इंतकाल हो गया.


करण ने कहा, "श्रीदेवी के साथ कभी काम करना मेरा एक बहुत बड़ा सपना था... उनके गुजर जाने के बाद कई महीनों तक हमने 'कलंक' में उनकी जगह पर किसी और को लेने के बारे में नहीं सोचा. उसके बाद हमने माधुरी दीक्षित को इस रोल के लिए अप्रोच किया, जिन्होंने बहुत ही विनम्र तरीके से इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया... यह श्रीदेवी को ट्रिब्यूट देने का माधुरी का अपना तरीका था".