जयपुर: आने वाली फिल्म पद्मावती में इतिहास को तोड़मरोड़ कर पेश करने के कथित आरोपों के बीच जयगढ किले में फिल्म की शूटिंग के दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली से र्दुव्‍यवहार के बाद दोनों पक्षों में उपजे तनाव को समाप्त करने के प्रयास तेज हो गये हैं.

करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने आज कहा, ‘‘जयगढ में घटना के बाद फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली और मैंने एक दूसरे से घटनाक्रम को भूल जाने की बात होने के बाद न जाने क्यों मामले को तूल दिया जा रहा है, मुझे समझ में नहीं आ रहा है.’’

उन्होंने कहा कि हमारा विरोध फिल्म पद्मावती में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को नहीं दिखाने को लेकर है और इसे तोड़ मरोड़कर नहीं दिखाने को लेकर बातचीत हुई थी.

करणी सेना के संरक्षक ने कहा कि ताजा विवाद का समाधान करने के लिए संजय लीला भंसाली के प्रतिनिधियों से करणी सेना और राजपूत समाज के लोगों की कल तीन दौर की और आज दो दौर की बातचीत हुई. बातचीत के बाद ईमेल से एक दूसरे के मुद्दों का आदान प्रदान हो रहा है, जिस शर्त पर लिखित समझौता होना है उनमें कुछ शब्दों को लेकर सहमति नहीं बनी है.

उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लिखित समझौते पर जल्दी ही सहमति बनेगी. कालवी ने कहा हम छह महीने पहले मुम्बई में उनसे मिल कर अवगत करवा दिया था कि फिल्म में इतिहास के तथ्यों को गलत ढंग से पेश नहीं करेंगे, लेकिन बात नहीं माने जाने के बाद विरोध हुआ और यह घटना घटित हुई.

कालवी ने कहा कि संजय लीला भंसाली के सुरक्षाकर्मियों ने हमारे लोगों पर फायर किया, जिसके सबूत हमारे पास है. इसके बावजूद हमने पुलिस में शिकायत नहीं दी. लेकिन संजय लीला भंसाली के सुरक्षाकर्मियों द्वारा किये गये व्यवहार के कारण लोग उत्तेजित हो गये और इसके बाद जो कुछ हुआ सबके सामने है.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली से माफी क्यों मांगू. हमें आशंका थी कि प्रस्तावित फिल्म पद्मावती में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जायेगा. इसे देखते हुए दो महीने पहले ही हमने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुके है.’’ उन्होंने कहा कि हम किसी भी सूरत में राजपूत समाज के इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश नहीं करने देंगे, जब फिल्म बनाने वाले लोग एकजुट हो सकते है तो समाज क्यों नहीं लामबंद हो सकता है. बावजूद हमें उम्मीद है कि बातचीत से विवाद का समाधान निकल आयेगा.

उन्होंने कहा कि हम फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली के जवाब का इंतजार कर रहे है, जिन शब्दों को लेकर हमारा ऐतराज है, यदि वे हटा दिये तो हम फिर से राजस्थान में फिल्म पद्मावती के शूटिंग का स्वागत करेंगे.

इधर, फिल्म पद्मावती के निर्माता संजय लीला भंसाली से इस बारे में सम्पर्क नहीं हो सका. सूत्रों के अनुसार भंसाली आज मध्याह्न बाद मुम्बई के लिए रवाना हो गये हैं.

गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को जयगढ किले में फिल्म पद्मावती के शूटिंग के दौरान विरोध करते हुए करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने शूटिंग स्थल पर उपकरणों को नुकसान पहुंचाया और फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली के साथ कथित रूप से र्दुव्‍यवहार किया.