Kavish Seth On Bollywood Remix: 'हिन्दी बोले' के सिंगर कविश सेठ का गाना सोशल मीडिया पर ट्रेंड का हिस्सा बना हुआ है. उनका ये गाना लोगों को खूब पसंद आ रहा. मशहूर प्लेबैक सिंगर कविता सेठ के बेटे कविश इन दिनों अपने म्यूजिकल करियर की तरफ ध्यान दे रहे हैं और इसी कड़ी में उन्होंने अपना पहला गाना हिंदी बोले अपने यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया है. एबीपी न्यूज को इंटरव्यू देते हुए कविश ने बॉलीवुड में रीमेक गानों को लेकर बातचीत की. उन्होंने रीमेक गानों के बनने के कारण पर बात की और इसपर अपनी राय भी बताई. कविश के मुताबिक बॉलीवुड में रीमिक्स इसीलिए हो रहा है क्योंकि आजकल हर किसी के पास मोबाइल स्टूडियो है. ये लो बजट है तो हर कोई बना लेता है.
'म्यूजिक प्रोड्यूसर शास्त्रीय धुनों को लेकर नहीं ट्रेंड'
कविश ने कहा, 'लोग कंप्यूटर पर म्यूजिक बना रहे हैं. अब हर किसी के हाथ में इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक बनाने की पावर आ गई है. धुनें पहले बहुत अच्छी थीं क्योंकि पहले ज्यादा लोग शास्त्रीय संगीत से परिचित थे. आजकल के म्यूजिक प्रोड्यूसर शायद उस म्यूजिक से बहुत ज्यादा ट्रेंड नहीं हैं, क्योंकि पुरानी धुनें बहुत अच्छी होती हैं तो उन्हीं को लेकर रीमिक्स कर देते हैं.'
'ज़्यादा लोगों तक पहुंचने का आसान तरीका है'
कविश ने आगे कहा, 'मेरा बॉलीवुड से कोई ऐसा वास्ता नहीं है तो मुझे नहीं पता इतना कि वहां क्या चलता है लेकिन जो भी चलता है बहुत अजीब ही चलता है. लेकिन आप अब भी बहुत से लोगों को नए गीत बनाते हुए देखेंगे. हर गाना हर किसी को पसंद आ जाए ये बहुत मुश्किल काम है. तो इसलिए जो बने बनाए हिट गाने है आप उसी को रीमिक्स कर दें तो एक अच्छा सक्सेस रेट मिल जाता है और ये ज़्यादा लोगों तक पहुंचने का आसान तरीका है .'
IIT से ऐसे आए म्यूजिक की तरफ
IIT करते करते संगीत की तरफ रुख करने सवाल पर कविश ने बताया कि जब उन्होंने JEE का एग्जाम दिया तो जॉइनिंग में 3 महीने का टाइम बाकी था. ऐसे में वे अपने दोस्त के साथ गिटार सीखना चले गए. वहां वे अभिव्यक्ति से रुबरू हुए. उन्होंने कहा कि इससे मैं पहले कभी रुबरू नहीं हुआ था. अभी तक मैं कैसा महसूस करता हूं इसकी कोई जगह नहीं थी और जब मुझे वहां म्यूजिक के माध्यम से अभिव्यक्ति मिली तो मुझे लगा कि यार ये तो IIT से भी बड़ी है और मैं इसको नहीं जाने दे सकता अब यही मेरी नींव है. मैं अपने दम पर कर रहा हूं, मुझे बॉलीवुड नहीं करना, किसी और के लिए नहीं करना, अपने लिए करना है.
म्यूजिक को लेकर अपने झुकाव पर कही ये बात
म्यूजिक को लेकर झुकाव की वजह फैमिली बैकग्राउंड का होने के सवाल पर कविश ने कहा, मैं इसे थोड़ा अलग तरीके से देखता हूं, मेरा ये मानना है कि जो मैं करूं वो मेरा हो. मुझे नहीं चाहिए कि किसी का दिया हुआ हो. मेरे घर पर किसी ने किसी को म्यूजिक के लिए पुश नहीं किया, हां घर में म्यूजिक का माहौल जरूर था क्योंकि मां गाती थीं. लेकिन मुझे खुद को खोजना था. मैं अपनी आंखों में शर्मिंदगी लिए नहीं घूम सकता था कि ये मेरा नहीं है ये सिर्फ मेरी माते का है. मुझे मेरा अस्तित्व जानना है. कविश ने कहा की खुद को जानने के लिए वे भीतर भारत गए, वहां वे अलग-अलग कलाकारों से मिले. उनके मुताबिक प्रीविलेज और इंहेरिटेंस ऐसी चीज है जो जिसपर उनका कोई हक नहीं है.