Kavita Devi Biopic Movie: इंडिया की पहली फीमेल रेसलर (First Female Wrestler) कविता देवी ने अपनी रेस्लिंग के दम पर देश का नाम ऊंचा करने में कोई कमी नहीं रखी है. कविता देवी (Kavita Devi) की पहचान दुनिया में एक‌ ऐसी शख़्स के तौर पर होती है, जिन्होंने पहली इंडियन फीमेल रेसलर के रूप में डब्ल्यूडब्ल्यूई (WWE) में हिस्सा लिया, और अपने जज़्बे और लड़ने‌ की क़ाबिलियत के बूते को साबित कर ये दिखाया कि भारतीय महिलाएं (Indian Females) किसी भी मामले में पीछे नहीं हैं. अब कविता देवी पर बहुत जल्द एक फिल्म बनने जा रही है.


कविता देवी पर बनेगी बायोपिक


डब्ल्यूडब्ल्यूई में देश का नाम रोशन करने वाली कविता देवी पर बहुत जल्द बायोपिक फिल्म बनने की तैयारी हो रही है. फिल्म के लिए कविता देवी की लाइफ से जुड़े हुए राइट्स को प्रोड्यूसर प्रीति अग्रवाल ने ख़रीद लिए  हैं. प्रीति अग्रवाल कविता देवी के स्ट्रगल से लेकर कामयाबी के सफर को दिखाने की कोशिश करेंगी.


द ग्रेट खली से है खास रिश्ता


कविता देवी का इंडियन रेसलर के तौर पर मशहूर द ग्रेट खली से भी बहुत ही खास रिश्ता है. एक टाइम में खली ने कविता देवी को डब्ल्यूडब्ल्यूई के लिए ट्रेनिंग दी थी. कविता देवी डब्ल्यूडब्ल्यूई की खिलाड़ी बनने से पहले इंडिपेन्डेंस तौर पर 'कविता' और 'हार्ड केडी' के नाम से रेसलिंग किया करती थीं.


इस फैमिली में हुआ जन्म


कविता देवी का जन्म हरियाणा के जींद जिले के एक छोटे से गांव मालवी में एक बेहद साधारण फैमिली में हुआ. इस बायोपिक को प्रीति अग्रवाल के साथ ज़ीशान अहमद प्रोड्यूस करने की तैयारी में लगे है.


प्रीति अग्रवाल ने कहा


प्रोड्यूसर प्रीति अग्रवाल ने कविता देवी की बायोपिक बनाने के फ़ैसले को लेकर कहा कि, 'कविता देवी की पूरी ज़िंदगी बेहद प्रेरणादायक रही है. ज़िंदगी के हर मोड़ पर उन्होंने लड़ने का जज़्बा दिखाया और कभी हार नहीं मानी. डब्ल्यूडब्ल्यूई हमेशा से मर्दों का खेल माना जाता रहा है. बाद में दुनिया भर की महिलाएं भी इस खेल में शिरकत करने लगीं, मगर इस बेहद लोकप्रिय खेल में भारतीय महिलाओं का कोई प्रतिनिधित्व नहीं था. ऐसे में कविता देवी ने दिखाया कि भारतीय महिलाओं में कितना दम है और उन्होंने डब्ल्यूडब्ल्यूई के रिंग में कूदने का फैसला किया और भारत की ओर से ढेरों उपलब्धियां हासिल कीं. इतना ही नहीं, अपनी शादी के बाद कविता ने‌ पारिवारिक ज़िम्मेदारियों के चलते इस खेल से‌ किनारा करने का फ़ैसला कर लिया,, मगर उन्होंने अपने पति के‌ समर्थन के चलते आगे भी डब्ल्यूडब्ल्यूई में खेलना जारी रखा.'


बड़े भाई का साथ


इसके साथ इस मूवी में इस बात को दिखाया जाएगा. कविता देवी के बड़े भाई संजय दलाल ने बचपन से ही कविता का साथ दिया और उन्हें उस मुकाम तक पहुंचाने में हरसंभव प्रयास किया, जिसके लिए आज कविता देवी दुनिया भर में जानी जाती हैं.


जीशान अहमद ने कहा


फिल्म को लेकर जीशान अहमद ने कहा कि, 'फिलहाल कविता देवी पर फ़िल्म की पटकथा पर काम ज़ोर-शोर से चल रहा है. फ़िल्म का लेखन पूरा हो जाने के बाद इस फ़िल्म की शूटिंग शुरू करने की तारीख़ से लेकर इस फ़िल्म में काम करने वाले तमाम कलाकारों और क्रू का भी ऐलान कर दिया जाएगा.'


कविता का रोल कौन करेगा


इसके साथ जीशान अहमद (Zeeshan Ahmed) ने कविता देवी (Kavita Devi) के रोल को लेकर कहा, 'इस बारे में कोई फैसला लेना फिलहाल जल्दबाज़ी होगी. अभी फ़िल्म की राइटिंग पर काम चल रहा है. हम फ़िल्म के शीर्षक रोल के लिए एक बेहद क़ाबिल एक्टर को ही चुनेगे.' इसके साथ जीशान अहमद ने आगे कहा कि, 'इस फ़िल्म के ज़रिए ना सिर्फ़ भारतीय महिलाओं (Indian Females) को, बल्कि पूरी दुनिया की लड़कियों को ज़िंदगी को एक नये नज़रिए से देखने का हौसला मिलेगा‌. लाइफ में बड़ी-बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद भी अपने‌ देश में कम ही लोग उन्हें जानते हैं, जो हमारे लिए शर्म की बात है. ऐसे में कविता देवी पर बनने वाली बायोपिक तमाम लोगों को ना सिर्फ़ जागरुक बनाएगी, बल्कि बड़ी तादाद में लोगों को प्रेरित भी करेगी और यही हमारे फ़िल्म (Movie) बनाने का मूल मक़सद भी है.'


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