Keshu Ramsay Death Anniversary: 'फैमिली' के साथ मिलकर चमके केशू रामसे, अक्षय कुमार को इन्होंने ही बनाया 'मिस्टर खिलाड़ी'
Keshu Ramsay: उनका नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में डरावनी फिल्में आती हैं, लेकिन उन्होंने एक्शन फिल्मों पर भी जोर दिया. बात हो रही है केशू रामसे की, जो आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गए थे.
Keshu Ramsay Unknown Facts: वह उस रामसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिन्होंने बॉलीवुड को हॉरर फिल्मों का स्वाद चखाया. हालांकि, उन्होंने दुनिया के सिर पर ऐसी फिल्मों का जादू चलाया, जिससे हर किसी को उनका खिलाड़ी मिल गया. बात हो रही है रामसे परिवार के सात भाइयों में शुमार केशू रामसे की, जिन्होंने आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.
नाम ऐसे पड़ा था रामसे
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि रामसे कोई नाम नहीं है, फिर भी यह उनकी पहचान बन गया. दरअसल, इस किस्से की शुरुआत अंग्रेजों के जमाने से होती है. रामसे ब्रदर्स के पिता का नाम फतेहचंद रामसिंघानी था, जिसे पूरा बोलने में अंग्रेजों को काफी दिक्कत होती थी. ऐसे में उन्होंने रामसिंघानी का शॉर्ट फॉर्म रामसे कर दिया और इसी नाम ने उनके परिवार को मशहूर कर दिया. फतेहचंद ने ही अपने सातों बेटों तुलसी रामसे, श्याम रामसे, गंगू रामसे, कुमार रामसे, केशु रामसे, किरण रामसे और अर्जुन रामसे के साथ मिलकर हॉरर फिल्मों का ब्रैंड बनाया था.
परिवार के साथ थामा सिनेमा का हाथ
साल 1955 के दौरान जन्मे केशू रामसे ने अपने परिवार की वजह से ही फिल्मों में काम करना शुरू किया. दरअसल, फतेहचंद रामसिंघानी ने फिल्म मेकिंग के बिजनेस में अपने सातों बेटों को एक साथ लगाया. इनमें कुमार रामसे स्क्रिप्टिंग करते थे तो गंगू रामसे सिनेमैटोग्राफी संभालते थे. किरण रामसे साउंड डिपार्टमेंट तो केशु के पास प्रॉडक्शन की जिम्मेदारी थी. इसके अलावा अर्जुन रामसे एडिटिंग का काम देखते थे, जबकि श्याम रामसे और तुलसी रामसे डायरेक्शन करते थे.
ऐसा रहा केशू रामसे का करियर
केशू ने भी अपने परिवार की तरह हॉरर फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने सबसे पहले साल 1985 के दौरान फिल्म हवेली बनाई. इसके बाद 1987 में डाक बंगला, 1988 में मेरा शिकार और महल आदि फिल्मों से लोगों को जमकर डराया. हालांकि, इसके बाद केशू रामसे ने अलग जोनर में हाथ आजमाया और 1993 के दौरान कन्नड़ भाषा में विष्णु विजय फिल्म बनाई, जिसकी हिंदी रीमेक अशांत के नाम से बनी.
अक्षय कुमार को बनाया 'मिस्टर खिलाड़ी'
साल 1995 के बाद केशू रामसे ने पारिवारिक और एक्शन फिल्मों की तरफ रुख कर लिया. यह वह दौर था, जब अक्षय कुमार बड़े पर्दे पर अपनी काबिलियत तो दिखा चुके थे, लेकिन खिलाड़ी नहीं बन पाए थे. केशू ने साल 1992 के दौरान अक्षय कुमार के साथ फिल्म मिस्टर बॉन्ड बनाई. इसके बाद उन्होंने इंसान, खाकी, खिलाड़ी 420, इंटरनेशनल खिलाड़ी, मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी, खिलाड़ियों का खिलाड़ी, सबसे बड़ा खिलाड़ी आदि फिल्में बनाकर अक्षय कुमार को बॉलीवुड का खिलाड़ी करार दे दिया. 19 अक्टूबर 2010 के दिन हार्ट अटैक की वजह से केशू रामसे का निधन हो गया.