Yash Career: साउथ के सुपरस्टार यश (Yash) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. साउथ इंडिया में नहीं बल्कि नॉर्थ इंडिया में भी उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग है. साल 2022 में यश की रिलीज फिल्म केजीएफ चैप्टर 2 (KGF Chapter 2) का देश-विदेश में जमकर डंका बजा. कमाई के मामले में इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस को हिला डाला, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए यश ने बहुत मेहनत की है. वह एक्टर बनने के लिए घर से भाग गए थे.
यश के पिता चलाते थे बस
यश एक साधारण परिवार से आते हैं. उनका असली नाम नवीन कुमार गौड़ा है. 'द न्यूज मिनट' के साथ इंटरव्यू के दौरान यश ने बताया था कि उनके पिता बीएमटीसी में बस ड्राइवर थे और वह चाहते थे कि उनका बेटा पढ़-लिखकर एक सरकारी अधिकारी बने, लेकिन उन्हें सिनेमा पसंद था. यश नाटकों और डांस कॉम्पिटीशन में हिस्सा लेते थे. जब उनकी परफॉर्मेंस पर सीटियां बजती थीं, तो वह बहुत खुश होते थे.
300 रुपये लेकर घर से भाग गए थे यश
यश ने बताया कि वह वह बचपन से ही एक्टर बनना चाहते थे. नाटक और डांस में हिस्सा लेते थे. जब ऑडियंस तालियां और सीटियां बजाती थीं, तो उन्हें बहुत अच्छा लगता था. उन्हें लगता था कि वह हीरो हैं. यश एक्टर बनने के लिए घर से भागकर बेंगलुरु पहुंचे थे. उस वक्त उनकी जेब में सिर्फ 300 रुपये थे. बेंगलुरु में वह थिएटर के साथ बैकस्टेज काम करने लगे. इसके अलावा वह फिल्मों में ट्राई करने लगे.
इस फिल्म चमक उठी यश की किस्मत
यश (Yash) ने अपने करियर की शुरुआत साल 2008 में कन्नड़ फिल्म मोगिना मनासु से की. इसके लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड भी मिला. इसके बाद उन्होंने 'राजधानी', 'गजकेसरी', 'मास्टरपीस' जैसी फिल्मों में काम किया. वह धीरे-धीरे पॉपुलर होते चले गए, लेकिन 'केजीएफ चैप्टर 1' (KGF Chapter 1) ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया. ये फिल्म साल 2018 में रिलीज हुई थी, इसमें उन्होंने रॉकी का किरदार निभाया, जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया. इस फिल्म के हिट होने के बाद यश के फैंस उन्हें रॉकी भाई ही कहते हैं. बता दें कि बहुत जल्द 'केजीएफ चैप्टर 3' पर काम शुरू होगा. यश के फैंस बेसब्री से इस फिल्म का इंतजार कर रहे हैं.