Khandaani Shafakhana Critics Review: सोनाक्षी सिन्हा की खानदानी शफखाना आज बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो गई है. फिल्म को लेकर दर्शकों और क्रिटिक्स की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है. फिल्म सेक्स से जुड़ी समस्याओं को लेकर बात करती नजर आती है. फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा के साथ सिंगर और रैपर बादशाह मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं. फिल्म का निर्देशन शिल्पी दास गुप्ता ने किया है.
फिल्म की कहानी पंजाब की एक लड़की बॉबी बेदी की है. जिसके मामा दिल्ली में एक शफाखाना यानी की सेक्स क्लिनिक चलाते हैं. लेकिन अचानक उनके निधन के बाद इसे बॉबी बेदी को संभालना पड़ता है. अब भारत जैसे देश में जहां सेक्स के बारे में बात करना भी लोग पसंद नहीं करते ऐसे में एक लड़की ये क्लिनिक चला रही है. इसे लेकर उसे काफी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. ऐसे में बॉबी के मामा के क्लिनिक पर एक पॉप स्टार आता है जो अपनी सेक्स प्रॉब्लम की दवा छिप कर लेता है. बॉबी को ये बात पसंद नहीं आती और वो इसे लेकर एक मुहिम छेड़ देती है, 'सेक्स को लेकर बात तो करो'. इसी के इर्द - गिर्द ये पूरी फिल्म की कहानी घूमती है.
फिल्म को लेकर क्रिटिक्स की राय
इंडिया टुडे: फिल्म एक लाइट हार्टेड फिल्म है लेकिन साथ ही काफी अहम मुद्दे को उठाती नजर आती है. फिल्म में कॉमेडी का तड़का है और सोनाक्षी के साथ-साथ फिल्म की पूरी स्टारकास्ट ने अच्छा काम किया है. हालांकि पूरी फिल्म केवल सोनाक्षी अपने कंधों पर उठाती नजर आ रही हैं. फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा को अच्छे डायलॉग्स दिए गए हैं. कहानी की बात करें तो फिल्म में सेक्स जैसे टैबू पर दर्शकों को काफी सहजता से बात करने के लिए प्रेरित किया है. हालांकि अच्छी कॉमेडी के बावजूद फिल्म कई जगह आपको थोड़ी स्लो और ओवरडन लगती है.
एनडीटीवी : फिल्म की कहानी एक अहम मसले पर बात करती नजर आ रही है. हम सभी सेक्स से जुड़ी समस्याओं के बारे में जानते तो हैं लेकिन इस पर बात करने से अक्सर कतराते हैं. लेकिन ये समस्याएं कई बार गंभीर रूप भी ले लेती हैं और कई बार ये आपकी जिंदगी पर काफी गहरा प्रभाव भी छोड़ जाती हैं. फिल्म इसी को लेकर बात करती है. ये फिल्म एक कंटेट ड्रीवन फिल्म है. जिसमें कलाकारों ने अपने कैरेक्टर्स को काफी अच्छे से पर्दे पर निभाया है. डायलॉग्स से लेकर कहानी सभी मजेदार है. हालांकि बीच में फिल्म थोड़ी स्लो लगने लगती है. बादशाह ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा डेब्यू किया है.
इंडियन एक्सप्रेस: फिल्म का कॉन्सेप्ट और संदेश तो काफी अच्छा है लेकिन कहानी को हद से ज्यादा मेलेड्रामा बना दिया गया है. कहानी पंजाब में बेस्ड है और फिल्म असल मुद्दे पर आते-आते काफी समय लगा देती है. शुरुआत में फिल्म अच्छी बीट पकड़ती है लेकिन बीच में काफी स्लो हो जाती है. जिससे दर्शकों को अंत तक बांधे रखना जरा मुश्किल लगता है. इसके अलावा फिल्म के डायलॉग थोड़े और बेहतर हो सकते हैं. एक्टिंग की बात करें तो फिल्म के कलाकारों ने काफी अच्छा काम किया है. सिंगर बादशाह इससे डेब्यू कर रहे हैं. लेकिन उनकी एक्टिंग को देखकर ये कह पाना मुश्किल है कि ये उनकी पहली फिल्म है.