मुंबई: मशहूर संगीतकार मोहम्मद खय्याम को आज मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंधेरी के चार बांग्ला स्थित सुपुर्दे खाक कर दिया गया. राजकीय सम्मान के दौरान तीन राउंड फ़ायर किया गया. नमाज ए जनाजे का वक्त बदलकर 1 घंटे पहले कर दिया गया और 6 बजे की बजाय एक घंटे पहले उन्हें करीब 4 बजे दफना दिया गया.


तलत अजीज और सोनू निगम ने उनके जनाजे को कंधा दिया. इस दौरान संगीतकार आनंदजी भाई, गीतकार इरशाद कामिल, गायक नितिन मुकेश, संगीतकार उत्तम सिंह भी मौजूद थे.



इससे पहले उनके आवास पर ही उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. खय्याम के अंतिम दर्शन के लिए सोनू निगम, रजा मुराद, अलका याग्निक, गुलजार और विशाल भारद्वाज सहित इंडस्ट्री के कई बड़े सितारे पहुंचे और नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी. देखें तस्वीरें- खय्याम के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे गुलजार से लेकर सोनू निगम तक इंडस्ट्री के दिग्गज, नम आंखों से दी श्रद्धांजलि



आपको बता दें कि खय्याम का निधन सोमवार देर रात को हुआ था. 92 साल के खय्याम लंबे समय से बीमार थे. पद्म भूषण से सम्मानित खय्याम के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी समेत बॉलीवुड के ज्यादातर लोगों ने दुख जताया है. बॉलीवुड सितारों में अमिताभ बच्चन, आयुष्मान खुराना, ए. आर. रहमान और अनिल कपूर सहित कई बड़े सितारों ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया.






खय्याम 'कभी-कभी', 'उमराव जान' के गाने 'इन आंखों की मस्ती में', फिल्म 'त्रिशूल' के गाने 'आपकी महकती हुई जुल्फों' और रजिया सुल्तान के गाने 'ऐ दिल-ए-नादां' जैसी कई और सदाबहार गीतों के लिए मशहूर हैं. उन्होंने मीना कुमारी के एल्बम 'आई राइट आई रिसाइट' के लिए भी संगीत तैयार किया, इसमें मीना कुमारी ने अपनी काव्य रचनाओं को अपनी आवाज दी थी.


खय्याम का असली नाम मोहम्मद जहूर हाशमी था. खय्याम का जन्म पंजाब के जालंधर के नवांशहर में हुआ था. खय्याम ने पंजाब के नवांशहर से आकर मुंबई में संगीत की दुनिया में खूब नाम कमाया. सभी बड़े अदाकारों के साथ काम किया और अपने बनाए हुए गानों से लोगों के दिलों में जगह बनाई. खय्याम अब इस दुनिया में नहीं लेकिन उनके गाने जब गुनगुनाए जाएंगे तो खय्याम हमेशा याद किए जाएंगे.